
-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। आखिरकार कोटा में नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल की चंबल नदी के जरिए देसी-विदेशी पर्यटन को बढ़ावा देने की कोशिशें रंग लाई और अब कोटा जिला प्रशासन ने चंबल नदी में अगले साल के शुरुआती महीनों से क्रूज के संचालन की तैयारी तेजी से प्रारंभ कर दी है। इसका मुख्य मकसद इको ट्यूरिज्म को प्रोत्साहित करना है।
नगरीय विकास मंत्री श्री शान्ति धारीवाल का शुरू से ही कहना था कि कोटा में अजस्त्र जल स्त्रोत के रूप में चंबल नदी उपलब्ध है जिसका कोटा ही नहीं बल्कि समूचे हाडोती अंचल में सिंचाई, कोटा शहर में लोगों को पीने का पानी उपलब्ध कराने और कोटा थर्मल सहित अन्य उद्योगों को उनकी आवश्यकता के अनुरूप पानी मुहैय्या करवाने के मामले में पहले ही अपनी अहमियत और उपादेयता साबित कर चुकी है लेकिन ढेर सारी संभावनाएं होने के बावजूद चंबल नदी के इस अजस्र जल स्त्रोत का कोटा में पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में पहले कभी कोई सार्थक प्रयास नहीं किया गया। इसी बात को ध्यान में रखते हुए कैबिनेट मंत्री शांति धारीवाल ने स्थानीय प्रशासन को कोटा में चंबल नदी में क्रूज चलाने सहित अन्य वाटर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने की गतिविधियां शुरू करने के लिये आधारभूत सुविधायें जुटाने के निर्देश दिए थे ताकि यहां देसी-विदेशी पर्यटन को बढ़ावा मिल सके और युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर उपलब्ध हो।
कोटा में इको-रिवर टूरिज्म को बढ़ावा देना मकसद
नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल की इसी भावना को ध्यान में रखते हुये कोटा में इको-रिवर टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए चंबल नदी में क्रूज का जल्दी ही संचालन किया जाएगा व संभवत अगले साल मार्च माह से पहले कोटा में चम्बल नदी में क्रूज चलने लगे। कोटा (उत्तर) से कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और राज्य के नगरीय एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल का मानना था कि चंबल नदी में वाटर स्पोर्ट्स और टूरिज्म को बढ़ावा देने की गतिविधियां शुरू करने के लिए इसमें क्रूज का संचालन एक बेहतर माध्यम हो सकता है इसलिए स्थानीय के साथ बाहरी पर्यटकों को लुभाने के लिए चंबल नदी में शीघ्र से शीघ्र क्रूज का संचालन आरम्भ किया जाना चाहिए।
डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने को कहा
इसी संदर्भ में एक कोटा के जिला कलक्टर ओपी बुनकर ने बुधवार को जिला कलक्ट्री में आयोजित एक बैठक में कंसलटेंट संस्था एसआईटीई से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विचार-विमर्श करने के बाद कहा कि वह इस मामले में डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करे ताकि चम्बल नदी में क्रूज का संचालन प्रारम्भ कर वाटर स्पोर्टस व ट्यूरिज्म को बढ़ावा दिय जा सके। श्री बुनकर ने कहा कि कोटा में चंबल नदी में अगले साल के मार्च महीने से पहले उसका संचालन प्रारंभ कर दिया जाना चाहिए और इसके लिए सभी तैयारियों को जल्दी से जल्दी मूर्त रूप दे दिया जाना चाहिए।
जिला कलक्टर ने कहा कि प्रशासन का प्रयास है कि मार्च, 2023 से पूर्व क्रूज़ संचालन शुरू कर दिया जाए। उन्होंने निर्देश दिये कि डीपीआर बनाते समय सभी पक्षों पर गहराई से दूरदर्शिता के साथ विचार-विमर्श किया जाए। इस तरह की प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की जाए जिसमें इको डेवलपमेंट का विशेष ध्यान रहे। संबंधित विभागों, विशेषरूप से वाइल्डलाइफ से संबंधित अनुमतियां प्राप्त कर ली जाएं। ऐसे प्रयास हो कि ईको-टूरिज्म और जैव विविधता का संरक्षण करते हुए यह परियोजना क्रियान्वित हो सके और अधिकाधिक पर्यटक आकर्षित हो सकें। उन्होंने इसके साथ ही जिले में वाटर स्पोर्ट्स और जल आधारित विविध रोमांचक टूरिज्म गतिविधियों के बढ़ावे के लिए भी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।
बैठक में सचिव नगर विकास न्यास राजेश जोशी, आयुक्त नगर निगम उत्तर वासुदेव मालावत, उप निदेशक पर्यटन विकास पाण्ड्या, अधीक्षण अभियंता केडी अंसारी एवं संबंधित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।