
-मानसगांव में चम्बल प्रदूषण पर रोष
कोटा । मकर संक्रांति पर जीवन दायिनी चंबल नदी में प्रदूषण को लेकर इसके खिलाफ प्रयागराज के कुंभ में भी गूंज सुनाई दी। चंबल संसद के संयोजक पर्यावरणविद् बृजेश विजयवर्गीय ने बताया कि चंबल की परिक्रमा करने वाले युवा साथी पर्यावरणविद् रोबिन सिंह प्रयागराज में कैंप कर रहे हैं तथा देश नदियों के प्रदूषण पर गंगा के किनारे समाज को जागृत करने के काम में लगे हुए हैं ।उन्होंने मकर संक्रांति पर गंगा के किनारे विशाल समुदाय के बीच में इस बात पर चिंता व्यक्त करते हुए की चंबल का पानी कोटा शहर में कहीं भी पीने लायक नहीं है पर लोगों को संबोधित किया। रोबिन सिंह प्रयागराज में साधु संतों से नदियों को प्रदूषण मुक्त करने की समस्या को लेकर भी संवाद करेंगे। विजयवर्गीय ने बताया कि आगमी 3 फरवरी को विश्व जन आयोग बाढ़ सूखाड़ के अध्यक्ष डॉक्टर राजेंद्र सिंह की अगुवाई में जल बिरादरी के राष्ट्रीय जल सम्मेलन की भूमिका तय की जा रही है। इस सम्मेलन में देश-विदेश के जल विशेषज्ञ एवं नदियों के संरक्षण के लिए कार्य करने वाले जल योद्धा शामिल होंगे।
-मानसगांव में चंबल प्रदूषण पर रोष
चंबल संसद के सदस्यों ने मकर संक्रांति पर मानस गांव के निकट प्रदूषण चंद्रलोई नदी के चंबल में मिलने के स्थान पर रोज व्यक्त करते हुए चंबल को प्रदूषण से मुक्त करने की दिशा में प्रयास करने का संकल्प लिया चंबल संसद के वरिष्ठ सदस्य पूर्व पार्षद युधिष्ठिर चानसी ,मनीष मेघवाल आदि ने बताया कि कोटा शहर का मल मूत्र चंद्रलोई के माध्यम से चंबल में सीधा मिल रहा है, जिससे कि केशवराय पाटन धार्मिक स्थल पर चंबल का पानी आचमन के लायक भी नहीं रहा। चानसी ने बताया कि केंद्र एवं राज्य सरकार को नदियों को प्रदूषण मुक्त करने की योजनाओं पर तेजी से कार्य करना चाहिए।