
-कृष्ण बलदेव हाडा-

कोटा। राजस्थान के नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री ने आज कहा कि फिल्म ट्यूरिज्म के कारण राजस्थान में नहीं बल्कि पूरे देश में कोटा की एक अलग पहचान बन रही है। श्री धारीवाल ने कहा कि चूंकि जब से कोटा में यहां के ऐतिहासिक एवं प्राकृतिक स्थलों का विकास एवं सौंदर्यीकरण एवं सेवन वंडर्स, चम्बल रिवर फ़्रन्ट जैसे नये विकास एवं सौंदयकरण के कार्य हुये है, तब से यहां मुंबई की फिल्म निर्माता और निर्देशक लगातार तीसरी फ़िल्म की शूटिंग कर रहे हैं जो पूरे देश में कोटा को नई पहचान दिला रहा है।
श्री धारीवाल ने आज कहा कि ‘फ़िल्म टूरिज्म’ के कारण कोटा के लिये नये अवसर सामने आ रहे हैं जिसमें कोटा ही नहीं बल्कि समूचे हाडोती में पर्यटन को बढ़ावा और युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी शामिल है। श्री धारीवाल ने कहा कि कोटा में हुए विकास कार्यों एवं चल रहे निर्माण कार्यों की वजह से शहर की देश में एक नई पहचान बन रही है। फिल्मों की शूटिंग के लिए निर्देशक, कोटा का रुख कर रहे हैं। वर्तमान में शहर की भदाना हाउसिंग सोसायटी में वरुण ग्रोवर निर्देशित ‘ऑल इंडिया रैंक’फिल्म की शूटिंग हो रही है। इससे पूर्व भी कोटा के ‘सेवन वंडर पार्क’ सहित अन्य जगहों को बॉलीवुड और सीरियल निर्माताओं ने पसंद किया है। पिछले कई वर्षों में फिल्मों-वेब सीरीज और विज्ञापनों के लिए कोटा एक अच्छी पसंद रहा है। चम्बल रिवर फ्रंट का कार्य पूर्ण होने के बाद, कोटा में फिल्म उद्योग को और अधिक बढ़ावा मिलेगा।
कई जगह है जो शूटिंग के लिये अनुकूल
वैसे भी कोटा व आसपास ऎसी कई जगह है जो शूटिंग के लिये अनुकूल है। नए स्वरूप में आ रहा कोटा अब अपनी खूबसूरती के लिए भी जाना जाएगा। कोटा में चंबल रिवर फ्रंट, शहर के प्रमुख चौराहे, ऑक्सीजोन, सेवन वंडर, बायोलॉजिकल पार्क, ओवर ब्रिज, घटोत्कच्छ चौराहा, कला दीर्घा, गणेश उद्यान, सीबी गार्डन, अंटाघर, गोबरिया बावडी चौराहा, कोचिंग ऐरिया के साथ ही बारां, बूंदी व झालावाड में भी कई लोकेशन हैं जो बडे कलाकारों को प्रभावित करेंगी। इसके साथ ही चंबल की कराईयां-घाटियां, दरा अभयारण्य, गराडिया महादेव, रंगपुर का डाक बंगला है जहां पूर्व में भी कई फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है।
राजस्थान फिल्म पर्यटन प्रोत्साहन नीति-2022
इसके अलावा राज्य सरकार ने हाल ही में राजस्थान को आउटडोर फिल्म निर्माण स्थल के रूप में विकसित करने के लिए राजस्थान फिल्म पर्यटन प्रोत्साहन नीति-2022 को मंजूरी दी थी जिससे राजस्थान के कलाकारों में जहां खुशी का माहौल है, पहले जो कमियां रह गई थी, उन्हें भी सरकार ने पूरा कर कलाकारों को एक बेहतरीन तोहफा दिया है। इससे कोटा के साथ राजस्थान में अब रोजगार के साधन विकसित हो सकेंगे। पिछले कई वर्षों से राजस्थान में फिल्म प्रोत्साहन नीति का इंतजार हो रहा था ताकि प्रदेशवासियों को ना केवल रोजगार मिल सके अपितु राजस्थान में फिल्म सिटी को भी नई दिशा मिल सके। इस नीति के लागू होते ही नए कलाकारों को जहां मौका मिलेगा, वहीं राजस्थान की धरोहर को विश्व पटल पर भी देखा जा सकेगा।
नई प्रतिभाएं उभर कर सामने आएंगी
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान फिल्म प्रोत्साहन नीति-2022 जारी की थी जो राजस्थान के लिए वरदान साबित होगी। इस नीति के लागू होने के साथ ही राज्य सरकार के जो भी विभाग हैं, उनके सम्बंधित स्थानों पर सरकार निशुल्क या बहुत की कम दर पर फ़िल्म निर्माण की सुविधा देगी। साथ ही लोकल बॉडी जिसमें नगर विकास न्यास, नगर निगम सहित जिला परिषद, पीडब्लूडी, आरटीडीसी, पुलिस, देवस्थान विभाग, राजस्थान टूरिज्म डवलपमेंट से सम्बंधित सुविधाएं व स्थानों को भी निशुल्क दिए जाने का इस नीति में प्रावधान किया गया है। राजस्थान में फिल्म की शूटिंग के दौरान निर्माता अधिक आकर्षित हो, इसके लिए दो करोड तक की सब्सिडी दी जाएगी। इस नीति से निश्चित तौर पर राजस्थान फिल्म डिस्टेंशन के रूप में विकसित होगा। नई प्रतिभाएं उभर कर सामने आएंगी, बॉलीवुड में भी राजस्थान के कलाकारों का अकाल समाप्त होगा। राज्य में फिल्म की शूटिंग की गतिविधियों को बढ़ावा मिलने के साथ ही कोटा नए रूप में उभर कर सामने आएगा और यहां बॉलीवुड के कलाकार फिल्म की शूटिंग कर सकेंगे। इससे न केवल राजस्थानी लोक संस्कृति, धरोहर को बढ़ावा मिलेगा बल्कि स्थानीय कलाकारों को भी मौका मिलेगा। विदेशी कलाकारों के राजस्थान में शूटिंग किए जाने पर विश्व मानचित्र पर कोटा का नाम फिल्म सिटी के रूप में विकसित हो, ऐसा प्रयास किए जाने की महत्ती आवश्यकता है। यह माना जाता है कि यदि कोटा में नया हवाई अड्डा शुरू हो तो हालीवुड व वॉलीवुड के तार यहां से सीधे जुडेंगे और कोटा विश्व स्तर पर अपनी पहचान फिल्म इंडस्ट्री के रूप बनाएगा।