
कोटा। एमसीसी-आल इंडिया ऑनलाइन काउंसलिंग के तत्वाधान मे एमसीसी ने अपने आधिकारिक पोर्टल पर एमबीबीएस एवं बीडीएस तथा बीएससी नर्सिंग की सीट मैट्रिक्स भी देर शाम जारी कर दी है। एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट पारिजात मिश्रा ने बताया कि सीट मैट्रिक्स कैटेगिरी के अनुसार जारी की गई है, इसमें एमबीबीएस की सरकारी क्षेत्र के मेडिकल कॉलेज की 6484 तथा डेंटल कॉलेज की 422 सीटों की घोषणा की गई है, व डीम्ड क्षेत्र के मेडिकल कॉलेजों की एमबीबीएस 8108 सीटें, जिसमें एनआरआई कोटे की अतिरिक्त 1230 सीटें भी शामिल हैं। इसके अतिरिक्त दिल्ली एम्स की 125 एवं 7 सीट विदेशी कैंडिडेट्स के लिए है अन्य एम्स में भी सीट््स की बढ़ोतरी हुई है तथा यहाँ भी 2037 सीट्स उपलब्ध हैं।
दिल्ली यूनिवर्सिटी की आंतरिक सीट्स 514 एमबीबीएस तथा डेंटल 40 सीट्स , इन्द्रप्रथ यूनिवर्सिटी की 204 डेंटल 53 सीट्स भी इसी काउंसलिंग के माध्यम से भरी जाएगी बनारस हिन्दू विश्ववविद्यालय की 100 एमबीबीएस तथा डेंटल 63 सीट्स अलीगढ मुस्लिम विश्ववविद्यालय की 145 एमबीबीएस तथा डेंटल 35 सीट्स उपलब्ध है
जिपमेर पांडिचेरी की 243 एमबीबीएस सीट्स उपलब्ध है जिसमे आल इंडिया कोटे तथा स्थानीय आंतरिक सीट्स भी शामिल है
ईएसआईसी मेडिकल कॉलेजेस की 466 सीट्स जो की ईएसआईएस कार्ड होल्डर्स के बच्चों के लिए आरक्षित है वो भी इसी काउंसलिंग के माध्यम से भरी जाएँगी , बीएससी नर्सिंग ऑनर्स की 563 सीट्स भी इसी काउंसलिंग के माध्यम से भरी जाएंगी।
सीट मैट्रिक्स जारी करने के साथ ही च्वाइस फिलिंग भी शुरू हो गई है। अतः विद्यार्थी अपनी इच्छित च्वाइस भरते समय संबंधित कॉलेज की फीस का अवलोकन भी जरूर करें। सभी च्वाइस भरने के बाद ही च्वाइस को लॉक करें, क्योंकि एक बार च्वाइस सबमिट होने के बाद इसमें कोई परिवर्तन नहीं किया जा सकेगा। विद्यार्थियों द्वारा 18 अक्टूबर तक च्वाइस भरकर लॉक किया जा सकता है। 18 अक्टूबर रात्रि 11.55 बजे तक च्वाइस लॉक नहीं करने की स्थिति में सभी च्वाइस ऑटो लॉक हो जाएगी। प्रथम राउण्ड के अलॉटमेंट की सूचना 21 अक्टूबर को जारी की जाएगी तथा कैंडिडेट्स ऑनलाइन अलॉटमेंट लेटर प्रिंट भी कर सकेंगे। अलॉटमेंट जारी होने के बाद विद्यार्थियों 22 अक्टूबर से 28 अक्टूबर के मध्य अलॉटेड मेडिकल कॉलेज में ओरिजिनल प्रमाण पत्रों के साथ उपस्थिति देनी होगी। यहां मूल प्रमाण पत्रों के साथ दो सेट स्वप्रमाणित फोटोकॉपी तथा फीस का शुल्क भी जमा करवाना होगा।