
-सावन कुमार टॉक-

बूंदी। भारत के प्रमुख त्योहारों में होली का शुमार है। पूरे देश में विशेषकर उत्तर भारत में इस त्योहार की धूम रहती है। कई जगह दो दिन तो कहीं तीन दिन तक होली का त्योहार मनाया जाता है लेकिन यूपी के कई इलाकों में रंगों का त्योहार एक माह तक मनाया जाता है।

वहां लोगों को फागुन माह में रंगों से सरोबार कपडो में देखा जाना आम है। भारत के इस त्योहार के प्रति विदेशियों में भी चाव बढ गया है। भारत आने वाले विदेशी पर्यटक भी भारतीयों के साथ खुलकर होली खेलते हैं और इन यादों को कैमरे के साथ दिल और दिमाग में कैद कर अपने साथ ले जाते हैं। ऐसे ही इन दिनों फ्रांस के एक पर्यटकों का एक दल ऐतिहासिक शहर बूंदी आया हुआ है।

अपनी स्थापत्य कला और संस्कृति के लिए विख्यात बूंदी शहर में आए पर्यटकों के दल ने स्थानीय निवासियों के साथ धुलंडी के पर्व पर रंग और गुलाल से जमकर होली खेली। भारतीय लोग तो फिर भी रंगों से बचाव करते नजर आए लेकिन ये विदेशी पर्यटकों ने न केवल खुद रंग लगाया बल्कि भारतीयों को भी रंग से सरोबार करने में देरी नहीं की।

उन्होंने भारतीयों के साथ सेल्फी भी ली। इन पर्यटकों का कहना था कि भारत की संस्कृति विविधतापूर्ण है और यहां के त्योहार में जो उल्लास और मस्ती देखने को मिलती है उसकी उनके यहां तो कल्पना तक नहीं की जा सकती। होली के रंग लगाने में कोई यह नहीं देख रहा कि कौन अपना है और कौन पराया। ऐसा लगता है मानो सभी एक ही परिवार के सदस्य हैं।