
कोटा। राजकीय कला महाविद्यालय, कोटा में शुक्रवार को तीन दिवसीय स्वरंग कला कार्यशाला का उद्घाटन भव्यता और उत्साह के साथ हुआ। इस अवसर पर प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) रोशन भारती ने स्वागत भाषण दिया। कार्यशाला में देश-विदेश के 200 से अधिक कलाकारों ने न केवल अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, बल्कि कला के विविध रूपों और माध्यमों में कार्य करते हुए इस कला आयोजन से विद्यार्थियों को कला जगत की बारिकियों को सीखने का अवसर मिलेगा । यह आयोजन कला के क्षेत्र में एक महत्त्वपूर्ण सांस्कृतिक मिलन बन गया है।
कार्यशाला की समन्वयक प्रोफेसर (डॉ.) शालिनी भारती ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए सभी प्रतिभागियों और अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इस आयोजन में विशेष रूप से अतुल पनासे (दुबई), प्रवीण करमाकर (रांची), अनिता भट्टराई (नेपाल), संजय देसाई (पुणे) और मोमिता घोष (कोलकाता) जैसे प्रसिद्ध कलाकारों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का मंच संचालन नीता ने किया। कार्यक्रम में चित्रकला विभाग के डॉ. सविता वर्मा, डॉ. मनोज वर्मा, डॉ. रमेश चंद मीणा और अन्य संकाय सदस्यों ने अतिथियों का स्वागत एवं सम्मान किया।
इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य विभिन्न कला शैलियों और तकनीकों का आदान-प्रदान करना तथा कलाकारों को एक साझा मंच प्रदान करना है, जहां वे अपनी कला प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकें । तीन दिनों तक चल रहे इस कार्यक्रम में विभिन्न सत्रों के माध्यम से रचनात्मक चर्चाएँ, प्रदर्शनी और लाइव कला प्रदर्शन आयोजित किया गया है।
कार्यशाला ने कलाकारों को न केवल तकनीकी ज्ञान प्रदान किया, बल्कि उनके बीच सांस्कृतिक एवं कलात्मक संवाद को भी प्रोत्साहित किया। राजकीय कला महाविद्यालय, कोटा का यह आयोजन कला जगत में एक प्रेरणादायक पहल के रूप में याद किया जाएगा ।