
महिला नीति के अंतर्गत सरपंच के अधिकार पर कार्यक्रम
कोटा। राजकीय कला महाविद्यालय कोटा में महिला नीति 2021 के अतंर्गत आयोजित कार्यक्रमों की श्रंखला में सरपंच के कार्य और अधिकार विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन प्राचार्य डॉ सीमा सोरल ने कहा कि महिला नीति के अंतर्गत लगातार महिला शक्ति को केंद्र में रखकर कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं । इस विषय पर व्याख्यान देते हुए डॉ मनोरंजन सिंह ने कहा कि सरंपच का पद ग्रामीण विकास के संदर्भ में अति महत्वपूर्ण होता है । राजस्थान में त्रिस्तरीय पंचायत प्रणाली लागू है और पूरे देश में राजस्थान के नागौर को पंचायत प्रणाली लागू करने का गौरव प्राप्त है । सरपंच के कार्य में ग्राम पंचायत की बैठक आयोजित करना, विकास के लक्ष्यों का निर्धारण तथा सभी तरह के ग्राम से संबंधित कार्य के लिए सरपंच ही उत्तरदाई है। महिला प्रकोष्ठ की प्रभारी डॉ अनिता वर्मा ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि महिला नीति के अंतर्गत हर महीने एक नये विषय पर स्त्री शक्ति को केंद्र में रखकर कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इस अवसर पर डॉ विवेक कुमार मिश्र ने कहा कि आज का दिन नेताजी सुभाष चंद्र बोस को स्मरण करते हुए राष्ट्र शक्ति को नमन करने का है । नेताजी के अदम्य साहस और आजादी के रचनात्मक आह्वान को ध्यान में रखते हुए राष्ट्र के समग्र विकास के लिए सभी को आगे आने की जरूरत है।
डॉ गुंजिका दुबे ने संचालन किया। इस अवसर पर डॉ आदित्य कुमार गुप्त, डॉ विवेक शंकर , डॉ अनिता पारीक , डॉ अमिताभ बासु, डॉ डॉ शशि प्रभा , के.जे.महावर , डॉ सुमन गुप्ता , डॉ सीमा चौहान , डॉ अकिला आजाद , डॉ वंदना शर्मा डॉ वंदना शर्मा , डॉ उषा व्यास , डॉ सुनीता गुप्ता , डॉ. प्रमिला श्रीवास्तव डॉ मंजू जैन , जयश्री राठौर डॉ एल सी अग्रवाल , डॉ वंदना शर्मा , डॉ मोनिका , डॉ तलविंदर कौर आदि की गरिमामय उपस्थिति बनी रही ।