-किसान सभा की बैठक में लिया निर्णय
कोटा/ सुल्तानपुर। अखिल भारतीय किसान सभा द्वारा सोमवार को गौण मंडी सुल्तानपुर के परिसर में वर्ष 2022 के फसल खराबे के मुआवजे को लेकर आंदोलन की रणनीति बनाने के लिए किसानों की सभा का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता किसान सभा के अध्यक्ष हरीश मीणा ने की। मुख्य अतिथि जिला उपाध्यक्ष नंदलाल धाकड़ ने किसानों को अपने हक और अधिकार हासिल करने के लिए किसान संगठन को मजबूत बनाने तथा इसके लिए किसानों को संगठन के प्रति जागरूक करने के लिए हर हफ्ते गांव-गांव में किसानों की मीटिंग लेना जरूरी समझा। जिसके लिए कार्यक्रम तय किया गया। गौरतलब है कि राजस्थान सरकार द्वारा खरीफ फसल 2022 के खराबे का आदान अनुदान योजना के तहत प्रभावित किसानों को मुआवजा देने का आदेश 5 दिसंबर 2022 को जारी किया गया था। परंतु 6-7 माह गुजर जाने के बाद भी अभी तक कई किसान फसल खराबे के मुआवजे से वंचित हैं। बैठक में दर्जनों गांवों के प्रभावित किसान इकट्ठे हुए। तहसील प्रभारी चतुर्भुज पहाड़िया ने बताया कि उक्त फसल खराबे के मुआवजे को लेकर पूर्व में 12 फरवरी 23, 24 अप्रैल 23 व 20 जून 23 को धरना-प्रदर्शन कर किसानों ने मुआवजे की मांग की थी। लेकिन अभी तक शासन व प्रशासन की ओर से किसानों को मुआवजा नहीं दिया गया है।तहसील प्रभारी ने फसल खराबे की मुआवजा राशि तत्काल किसानों के बैंक खातों में डालने की मांग की। अन्यथा 1 हफ्ते के बाद किसान सभा द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा। सभा को कोषाध्यक्ष हेमराज नागर, अध्यक्ष हरीश मीणा ने संबोधित किया। निर्माण मजदूर यूनियन सीटू अध्यक्ष व किसान सभा के मीडिया प्रभारी तालीम हुसैन, ललताराम, बाबू खां, जवाहर लाल, बाबू, गौरी शंकर,भंवरलाल यादव, सलीम खां, कन्हैयालाल मीणा बालापुरा, जहूर, हेमराज नागर, नासिर कोटसुवां आदि मौजूद रहे।

















