
-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। राजस्थान में कोटा के नयापुरा थाना परिसर में एक युवक के अपने शरीर पर जलनशील पदार्थी छिड़क पर आत्मदाह का प्रयास करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस मामले में आरोपित किए गए एक कांग्रेस पार्षद हरिओम सुमन की गिरफ्तारी की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नयापुरा थाने के समक्ष शुक्रवार को प्रदर्शन के बाद आज कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भी इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर पुलिस अधीक्षक (शहर) कार्यालय के बाहर नारेबाजी करते हुए जमकर प्रदर्शन किया। हालांकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन से पहले पुलिस ने नयापुरा थाना क्षेत्र के गांवड़ी निवासी राधेश्याम मीणा की रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस के पार्षद हरिओम सुमन और उसके दो साथियों हितेश शर्मा और अमित को गिरफ्तार कर लिया था व न्यालय के आदेश पर तीनों को 30 सितम्बर तक के लिये न्यायिक हिरासत में कोटा जेल भेजा दिया था।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस पार्षद हरिओम सुमन और उसके साथियों के खिलाफ गांवड़ी के निवासी राधेश्याम मीणा ने पिछले दिनों पार्षद व उसके दो साथियों के खिलाफ उसके घर में घुसकर उसके और उसकी पत्नी के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार करने का परिवाद नयापुरा थाने में पेश किया था।
उल्लेखनीय है कि यह परिवाद थाने में दिए जाने के बावजूद भी जब पुलिस ने आरोपी कांग्रेस पार्षद हरिओम सुमन और उसके साथियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की तो फरियादी राधेश्याम ने गुरुवार की रात को नयापुरा थाना परिसर के भीतर घुसकर अपने शरीर पर कोई ज्वलनशील पदार्थ छिड़क लिया और अपनी शरीर पर आग लगा ली लेकिन थाना परिसर में मौजूद पुलिसकर्मियों ने तत्परता बरतते हुए उसके शरीर पर लगी आग को बुझाया और कोटा के महाराव भीमसिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी हालत को चिंताजनक देखते हुए उसे जयपुर भेजकर सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती करवाया है। हालांकि करीब 40 प्रतिशत तक झुलसे इस युवक की अभी हालत स्थिर बताई जाती है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस मामले में नयापुरा थाना पुलिस ने आज भारतीय दंड संहिता की धारा 354, 341, 323, 34 व अनुसूचित जाति-जनजाति अधिनियम के तहत पार्षद हरिओम सुमन और उसके साथी हितेश शर्मा को जबकि एक अन्य अमित को धारा 354, 323 और 34 के तहत गिरफ्तार करने के बाद आज न्यायालय में पेश किया जहां से न्यायालय ने तीनों आरोपियों को 30 सितंबर तक के लिए न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया।
बताया जाता है कि गांवडी निवासी राधेश्याम मीणा की पुत्री नवीं कक्षा में पढ़ती थी और उसने स्कॉलरशिप के लिए आवेदन किया हुआ था। राधेश्याम ने इसके लिए सभी जरूरी दस्तावेज के साथ आवेदन पत्र भी स्कूल में जमा करा दिया था, लेकिन उसके बावजूद भी स्कूल वाले उसके आवेदन को लेने में आनाकानी कर रहे थे। इसी बात को लेकर उसका स्कूल प्रबंधकों से मामूली वाद-विवाद हुआ था लेकिन बाद में मामला शांत हो गया था। राधेश्याम ने इसी मामले को लेकर अपने व्हाट्सएप ग्रुप में स्थानीय कांग्रेस पार्षद हरिओम सुमन के खिलाफ कोई टिप्पणी की थी और आरोप है कि इसी बात को लेकर पार्षद और उसके दो साथियों ने राधेश्याम मीणा की घर में घुस कर उसके व उसकी पत्नी के साथ मारपीट करते हुए जातिसूचक शब्दों से उसे अपमानित किया।
इस घटना के विरोध में गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के नयापुरा थाने पर जोरदार विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस ने आज तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन जैसे ही उनकी गिरफ्तारी की सूचना मिली तो कांग्रेस की कई महिला कार्यकर्ताओं सहित अन्य लोग जमा हो गए और पुलिस अधीक्षक (शहर) के कार्यालय पहुंचकर वहां जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि इस मामले में राजनीतिक कारणों के चलते कांग्रेस पार्षद हरिओम सुमन को फंसाया जा रहा है। इस मामले की निष्पक्ष तरीके से उच्च स्तरीय जांच करवाई जानी चाहिए ताकि उन्हें न्याय मिल सके।