
-अखिलेश कुमार-
कोटा। कोटा में शनिवार सुबह कोई व्यक्ति इस पालतू किटन (बिल्ली का बच्चा) को नांता केनाल रोड़ पर छोड़ गया। बिल्ली का यह मासूम बच्चा कुछ ही पलों में कुत्तों का शिकार होने वाला था कि साइकिलिंग करते हुए मेरी निगाह इस पर पड़ गई। मैंने इसे सावधानी से उठाया तो सम्भवतः पालतू होने के कारण यह बिना विरोध के मेरे पास आ गया। इसे अपने बैग में रख कर घर ले आया। घर लाते ही इसने छककर दूध पिया…बिस्किट खाए …. फिर पूरे घर का निरीक्षण किया और कमरे में जाकर ऊँची जगह पर सो गया। यह बेहद हृदय विदारक है कि कैसे कोई व्यक्ति किसी मासूम प्राणी को पालकर अपने पर आश्रित करके बीच में त्याग सकता है। यह पशु क्रूरता है। …. क्योंकि पालतू होने के कारण ये स्वयम के बल पर जीवित नहीं रह सकते। इसलिए कृपया प्राणियों को पालतू बनाने से बचिये। यही उनके प्रति सच्चा पशुप्रेम कहलाएगा।