-दुष्यन्त सिंह गहलोत-
कोटा। रेक्सका कोऑर्डिनेटर रिटायर्ड कैप्टन कबूल सिंह के नेतृत्व मे रेक्सका में संविदा पर लगे पूर्व सैनिकों को केन्द्र सरकार के डीजीआर के बराबर वेतन दिलाने की मांग को लेकर पूर्व सैनिक प्रतिनिधि मंडल ने नगर विकास आवास मंत्री व स्वायत शासन मंत्री शांति कुमार धारीवाल को पूर्व सेनिको कि समस्याओं को रूबरू करवाया। पूर्व सैनिकों को केन्द्र सरकार के डीजीआर के बराबर वेतन दिलाने कि मांग को लेकर मंत्री धारीवाल को ज्ञापन सौपा।
रेक्सका के ऑर्डिनेटर रिटायर्ड कैप्टन कबूल सिंह ने मंत्री धारीवाल को अवगत कराया कि राजस्थान एक्स सर्विस मैन कॉरपोरेशन बना हुआ है,इसमें पूर्व सैनिकों संस्थाओं में सिक्युरिटी की नौैकरी दी जाती है। राजस्थान में पूर्व सैनिकों की पेमेंट एक अनट्रेंड व्यक्ति से भी कम है वही राजस्थान मे होम गार्ड्स की वेतन ज्यादा है। होमगार्ड के जवान को कोई ट्रेंनिग नहीं होती, फिर भी एक पूर्व सैनिक से ज्यादा वेतन है। पूर्व सैनिक जो हर प्रकार की ट्रेंनिग से पूर्ण होते है उनको 13000 रुपए मिलते हैं। राजस्थान सरकार के राजकीय विभागों में रेक्स्को के माध्यम से लगे हजारों पूर्व सैनिकों का वेतन व अन्य सुविधाएं बहुत ही कम है। राजस्थान के विभागों में कार्यरत पूर्व सैनिकों को माह के 13000 हजार रूपए दिए जाते हैं, जिसके अन्दर से मकान किराया या आने जाने का किराया ख़र्चा व ईएसआई सहित आदि खर्च निकाल दिया जाए तो घर पर देने के लिए बहुत कम राशि बच पाती है। जबकि केन्द्र सरकार के डीजीआर के माध्यम से केन्द्र सरकार के विभागों में कार्यरत पूर्व सैनिकों को वेतन व भत्ते मिलाकर 25 हजार रूपए के करीब माह के दिए जाते हैं जो सीधे तौर पर केन्द्र से माह के बारह हजार जरूए कम हैं। रक्सको के माध्यम से लगे पूर्व सैनिकों का वेतन केन्द्र सरकार के डीजीआर के बराबर 25 हजार वेतन दिया जाए।
इस दौरान पूर्व सैनिक मुरली मनोहर सिंह चौहान ने बताया कि वर्तमान में करीब 10 हजार पूर्व सैनिक राज्य के राजकीय विभागों में ( रेक्सको में) संविदा पर लगे हुए हैं जिसमें से बहुत से को तो एक दशक से उपर का समय हो गया है। उनका वेतन ही कम नहीं है बल्कि अवकाश, मेडिकल अवकाश, एचआरए, पेशंन आदि कुछ भी सुविधा नहीं दी जाती है। केन्द्र के डीजीआर के बराबर वेतन करने के साथ अन्य सुविधाएं भी दी जाएं।
इस दौरान रेक्सका को ऑर्डिनेटर कोटा कैप्टन कबूल सिंह, सूबेदार रघु नंदन, आर के दुबे, शीशराम,लखन सिंह,बाबू लाल ,हवलादर कलकदिनेश कुमार,रामसिंह हाड़ा, मुरलीमनोहर सिंह चौहान भानु प्रताप सिंह आदि पुर्व सैनिक मौजूद रहे।