
-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। विधायक संदीप शर्मा ने शहरी स्वास्थ्य केन्द्र विज्ञान नगर में आधुनिक एम्बुलेंस का
आज विधायक कोष से अत्याधुनिक एम्बुलेंस के शुभारम्भ का किया। विधायक संदीप शर्मा ने 40 लाख की लागत से अत्याधुनिक एम्बुलेंस का पूजा और हरी झंडी दिखाकर शुभारम्भ किया गया।
इस अवसर पर विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि कोरोना काल में लोगों को एम्बुलेंस के लिये भारी परेशानी का सामना करना पडा । निर्धन मरीजनों के परिजनों को आपातकाल की स्थिति में मरीजों को अन्यत्र स्थान पर ले जाने के लिये परेशानी का सामना करना पडा और मरीजों को अन्यत्र बडें चिकित्सा संस्थान में इलाज करवाने के लिये प्राईवेट एम्बुलेंस की मदद से शिफ्ट करने के लिये कई गुना राशि का भुगतान करना पडा। इस चिकित्सा केन्द्र में अत्याधुनिक एम्बुलेंस की महती आवयश्यकता थी । इसके पूर्व भी न्यू मेडीकल कॉलेज में विधाायक कोष से 19 लाख की लागत से एम्बुलेंस का शुभारम्भ किया गया और कुछ समय में न्यू मेडीकल कॉलेज के सुपर स्पेशियिलिटी चिकित्सालय में 40 लाख की लागत से अत्याधुनिक एम्बुलेंस का शुभारम्भ किया जायेगा।
विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के लिये सदैव प्रयासरत् है। भाजपा शासनकाल में इस चिकित्सालय को क्रमोन्नत 5 करोड रूपय की लागत से इस शहरी स्वास्थ्य केन्द्र का शिलान्यास कर इसका कार्य प्रारम्भ करवाया गया और इसका कार्य भी पूर्ण हुए 3 वर्षो से भी अधिक समय हो चुका है परन्तु आज इसका विधिवत शुभारम्भ नही हो पाया है ना ही चिकित्सा सुविधायें उपलब्ध हो पाई है। इस संबध में कई बार काग्रेस सरकार में बैठे मंत्रियो को भी अवगत करवाया परन्तु आज तक कोटा की चिकित्सा सुविधाओं को बेहतर चिकित्सा केन्द्र बनाने के लिये कोई प्रयास वर्तमान सरकार द्वारा नही किये गये जिसके परिणाम स्वरूप शहरी स्वास्थ्य केन्द्र का लाभ स्थानीय लोगो और आस पास की जनता को नही मिल पा रहा है। सरकार लोगो की चिकित्सा के प्रति संवेदनशील नही है। आज तक कोटा दक्षिण विधान सभा में कोई नया चिकित्सा केन्द्र का शुभारम्भ भी नही किया गया। सरकार लोगों की चिकित्सा के प्रति संवेदनशील नही है।
विधायक ने कहा कि कोटा वासियों कों बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के लिये सदैव प्रयासरत् रहेंगे। कोटा के न्यू मेडीकल कॉलेज चिकित्सालय में सुपर स्पेशियिलिटी विंग का निर्माण करवाया गया है जिसका लाभ आज हाडोती की जनता को मिल रहा है और आज कोटा शहर चिकित्सा के क्षैत्र में आत्मनिर्भर बना है।

















