महापौर साब… उपेक्षा से खफा होने के साथ धरातल पर काम भी दिखे तो बात है

यक़ीनन महापौर का यह क़दम सराहनीय और प्रशंसनीय है। लेकिन सवाल यह है कि नगर निगम और नगर विकास न्यास के कर्मचारी और अधिकारी ऐसे निर्देशों का सम्मान कब करते हैं। यह सब नाफरमानी तो शहर रोज़ देख रहा है

rajiv gandhi kota
फोटो साभार अख्तर खान अकेला

-अख्तर खान अकेला-

akhtar khan akela
(स्वतंत्र पत्रकार एवं अधिवक्ता)

कोटा नगर निगम दक्षिण के महापौर राजीव अग्रवाल महापुरुषों की मूर्तियां, उनके स्थल की उपेक्षा से बेहद खफा हैं। वोह इस मामले में महापुरुषों की मूर्ति स्थल की नियमित साफ़ सफाई, रखरखाव के लिए गंभीर भी हैं। उन्होंने इस मामले में कल इंदिरा गांधी शहीद दिवस और सरदार पटेल जन्म दिवस के कार्यक्रम के बाद तत्काल एक यू नॉट जारी कर, आयुक्त नगर निगम को निर्देशित किया जिसमें सभी महापुरुषों की मूर्ति स्थल की नियमित साफ़ सफाई और रखरखाव के निर्देश दिये। यक़ीनन महापौर का यह क़दम सराहनीय और प्रशंसनीय है। लेकिन सवाल यह है कि नगर निगम और नगर विकास न्यास के कर्मचारी और अधिकारी ऐसे निर्देशों का सम्मान कब करते हैं। यह सब नाफरमानी तो शहर रोज़ देख रहा है।
हम महापुरुषों की मूर्ति स्थल, पार्क के रख रखाव की बात कर रहे हैं।

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फोटो साभार अख्तर खान अकेला

स्वर्गीय राजीव जी के कार्यक्रम में , तलवंडी कॉमर्स कॉलेज के पास जब पिछले दिनों मूर्ति के माल्यार्पण करने पहुंचे तो अव्वल तो वहां सीढ़ियां नहीं होने से हर बार दिक़्क़तों का सामना होता है। लेकिन लाखों करोड़ों के इस मूर्ति स्थल के पास ही एक जनाब ने ठसके से ठेला लगाकर अतिक्रमण कर लिया। चारों तरफ गंदगी थी। गंदा पानी नाले से उफ़न रहा था। यह कार्यक्रम कैसे हुआ यह तो वहां पहुंचने वाले राजीव गाँधी समर्थकों का दिल ही जानता है। खेर अतिक्रमण हटाने के निर्देश हुए, ठेला एक दिन हठा, लेकिन अब फिर वापस वहीँ आ जमा है। इसके बाद विज्ञाननगर राजीव प्लाज़ा में स्थित स्वर्गीय राजीव गांधी की मूर्ति स्थल पर माल्यार्पण का कार्यक्रम था। मूर्ति स्थल की बाउंड्री खंडित, बेतरतीब निर्माण, मूर्ति पर पहुंचने की कोई एप्रोच नहीं। विज्ञाननगर के वरिष्ठ कार्यकर्ता प्रमोद त्रिपाठी, सहवृत पार्षद दिनेश खटीक, ईश्वर गम्भीर वगेरा मुझ सहित कुछ गिनती के लोग हर साल इस मूर्ति को साफ करते हैं। इस बार , कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सहित दोनों महापौर, उप महापौर, वरिष्ठ कोंग्रेसी, कांग्रेस के जिला अध्यक्ष, वार्ड पार्षद मौजूद थे। चर्चा हुई , अधिकारियों के कृत्य की निंदा हुई। तत्काल एक अधिकारी को फोन लगाकर समयबद्ध काम करवाने के सख्त निर्देश दिए गए। लेकिन एक माह तो छोडो , काफी समय निकलने के बाद भी कोई अधिकारी इस स्थल पर फ़टका भी नहीं।, महापौर, पार्षदों, स्थानीय पदाधिकारियों का भी तो कुछ दायित्व बनता है। वोह क्यों मॉनिटरिंग नहीं करते। इंदिरा गांधी की मूर्ति गुमानपुरा विकास कार्य के बाद स्टेडियम, तरणताल पहंुचा दी। वहां कीचड़ पानी, माल्यार्पण के लिए कोई सीढ़ी नहीं है। कल शहादत दिवस था। कार्यकर्ताओं ने इंदिरा जी के शहीद दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

(यह लेखक के अपने विचार हैं)

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