
-अखिलेश कुमार-

(फोटो जर्नलिस्ट)
कोटा। ताल तलैया में उगने वाला कुमुदिनी का फूल पवित्र पुष्प कमल के समान ही दिखता है किन्तु उससे कुछ छोटा होता है। पुष्प एकल, 2-10 इंच व्यास के होते हैं। ये पुष्प रात में चन्द्रोदय होने पर खिलते हैं और प्रातः काल होने पर सम्पुटित हो जाते हैं। पुष्प के भीतर चक्राकार में स्त्रीकेशर स्थित होते हैं।
कमल और कुमुदिनी दोनों ही जलीय पुष्पमय पौधे हैं। कमल के फूल और पत्ते दोनों पानी की सतह से ऊपर उठते हैं, वहीं कुमुदिनी के पत्र-पुष्प जल की सतह पर ही तैरते रहते हैं। कमल का फूल एक फुट तक परिधि में हो सकता है और पानी की सतह से पाँच फीट तक उपर उठ सकता है। वैसे तो कुमुदिनी के फूल बरसात के मौसम में अगस्त-सितंबर के महीने में खिलते हैं लेकिन कोटा में इस समय भी यह पुष्प देखने को मिल रहे हैं।