
-विष्णुदेव मंडल-

चंपारण। जहाँ महागठबंधन के घटक दल पूर्णिया में मौजूदा केंद्र सरकार के खिलाफ हल्ला बोल रहे हैं वही भारतीय जनता पार्टी के नेता और गृहमंत्री अमित शाह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू यादव के गठजोड़ पर चंपारण में जमकर निशाना साधा है।
उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जदयू और राष्ट्रीय जनता दल का गठबंधन पानी और तेल के भांति है जो कभी भी एक नहीं हो सकते। उन्होंने कहा नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनने की सपना पूरा करने के लिए जिनके खिलाफ चुनाव लड़े उन्हीं लोगों के साथ अपवित्र गठबंधन कर लिया है। बिहार में फिर से जंगल राज की शुरुआत हो चुकी है, बालू माफिया, शराब माफिया, खनन माफिया बिहार में सरकार चला रहे हैं। चारों तरफ लूटमार मची है, जिनके ऊपर भरोसा किया वही भरोसा तोड़कर उनके साथ चले गए जिनके खिलाफ वह दशकों तक राजनीतिक लड़ाई लड़ रहे थे। लेकिन आपका प्रधानमंत्री बनने का सपना पूरा होने वाला नहीं है क्योंकि 2024 में प्रधानमंत्री पद के लिए कोई वैकेंसी नहीं है। गृह मंत्री अमित शाह ने सभा में बिहार के आमजन को अपील करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने एक विकासवादी सरकार को छोड़कर विनाशवादी को साथ चले गए हैं। विकास का रास्ता छोड़ वह बिनाशकारी तत्वों के साथ चले गए हैं। अब आप आया राम गया राम वाली राजनीति से बिहार के लोग तंग आ चुके हैं, अब हमारे पार्टी भी अपने साथ नहीं ले सकते।
बिहार की जनता आपको 2024 में सबक सिखाएगी
गृह मंत्री अमित शाह ने आतंकवाद पर प्रहार करते हुए नीतीश कुमार को आड़े हाथ लिया और नीतीश कुमार को पीएफआई जैसे आतंकवादी संगठन के हिमायती करार दिया। उनहोंने कहा बिहार को नीतीश कुमार ने आतंकवादियों की पनाह बना दिया है जहां पर पीएफआई जैसे आतंकी संगठनों के दर्जनों अड्डे बने हुए हैं जब एनआईए इन संगठनों पर बैन करती है तो नीतीश कुमार को दर्द होता है। हम रुकने वाले नहीं हैं जो भी देश के खिलाफ आतंकी साजिश करेगा उनके खिलाफ सरकार और सेंट्रल सुरक्षा एजेंसी काम करेगी।
यहां उल्लेखनीय है कि भारत सरकार ने जब पीएफआई पर बैन किया था तो देश के कई राजनीतिक पार्टियां पीएफआई पर प्रतिबंध का विरोध कर रहे थे जिनमें नीतीश कुमारकुमार, लालू यादव भी शामिल है। लालू यादव ने पीएफआई के तरह आरएसएस को भी प्रतिबंध लगाने की मांग की थी।