
-देवेंद्र यादव-

कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक, देश की राजधानी दिल्ली से बाहर आंध्र प्रदेश की राजधानी हैदराबाद में चल रही है।
राजनीतिक गलियारों में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक को लेकर चर्चा है कि कांग्रेस ने वर्किंग कमेटी की बैठक राजधानी दिल्ली में नहीं रखकर आंध्र प्रदेश की राजधानी हैदराबाद में क्यों रखी है ? तेलंगाना में इसी साल 2023 में विधानसभा के चुनाव हैं साथ में राजस्थान मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी इसी साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होने हैं !
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव होने के कारण राजनीतिक पंडित चुनाव से और ऐन वक्त पहले कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक हैदराबाद में होने को महत्वपूर्ण मान रहे हैं। सर्वे बता रहे हैं कि पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की स्थिति अन्य दलों से बेहतर है खासकर राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने की संभावना है।
सर्वे रिपोर्ट कांग्रेस के पक्ष में दिखाई देने के कारण कांग्रेस के नेता उत्साहित हैं। उन्हें लग रहा है कि देश की जनता का मूड कांग्रेस के पक्ष में और भाजपा के विरोध में है। यदि जनता का मूड राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के पक्ष में रहा और भाजपा के विरोध में रहा तो फिर 2024 के लोकसभा चुनाव में भी जनता का रुझान देश भर में कांग्रेस के पक्ष में अधिक दिखाई देगा। शायद इसी इसी संभावना को लेकर हैदराबाद में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में कांग्रेस के बड़े नेता मंथन करने में जुटे हुए हैं।

सवाल यह है कि क्या देश भर में भाजपा सरकार के खिलाफ जनता के बीच अंडर करंट चल रहा है और जनता का यह अंडर करंट कांग्रेस को उम्मीदों का उजाला दे रहा है। इसका ठीक से पता राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद चलेगा।
सवाल यह है कि क्या कांग्रेस के नेता हैदराबाद में बैठकर राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव के प्रत्याशियों के चयन पर अंतिम मुहर लगाएंगे। क्योंकि हैदराबाद में कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं के अलावा मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के बड़े नेता भी मौजूद हैं। राजस्थान में कांग्रेस ने प्रत्याशियों के चयन की लगभग अधिकांश प्रक्रिया पूरी कर ली है। प्रत्याशियों से आवेदन ले लिए हैं। वही कांग्रेस के राष्ट्रीय पर्यवेक्षक और प्रदेश पर्यवेक्षक विधानसभा वाइज प्रत्याशियों के चयन पर ब्लॉक स्तर नेताओं और कार्यकर्ताओं से राय शुमारी भी कर चुके हैं।
वहीं कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष गौरव गोगोई भी ब्लॉक अध्यक्षों से प्रत्याशियों के संबंध में बात कर चुके हैं। राजस्थान में प्रत्याशी चयन का लगभग काम पूरा हो गया है। अब देखना यह है कि क्या हैदराबाद में प्रत्याशी चयन पर अंतिम विचार होगा ? क्योंकि राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खरग,े पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, राजस्थान स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष गौरव गोगोइर्, राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय पर्यवेक्षक मधुसूदन मिस्त्री, लीडरशिप डेवलपमेंट मिशन के राष्ट्रीय संयोजक के राजू सहित मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट भी हैदराबाद में उपस्थित हैं। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि हैदराबाद में प्रत्याशियों के चयन पर मंत्रणा हो सकती है।
देवेंद्र यादव, कोटा राजस्थान