
-विष्णुदेव मंडल-

चेन्नई। तमिलनाडु की राजनीति में फिल्मी हस्तियों का दबदबा रहा है। दिवंगत एमजी रामचंद्रन,जे जयललिता एम करुणानिधि, कैप्टन विजयकांत सरीखे बहुतेरे फिल्म अभिनेता और स्क्रिप्ट राइटर ने फिल्मी दुनिया की चमक दमक से राजनीति में कदम रखा। कुछ तो कामयाब होकर सफलताओं की सीढ़ी चढ़े लेकिन बहुत ऐसे नाम भी हैं जिन्हें राजनीति में वह कामयाबी नहीं हुई जो जयललिता और करुणानिधि को मिली।
बहरहाल तमिलनाडु की राजनीति में ऐसा कोई चेहरा नहीं है जो एम करूणानिधि, एवं जयललिता की जगह ले सके। ऐसे में कालीवुड स्टार थलपती विजय ने तमिलगा वैटरी (Vetri) कड़गम नाम से राजनीतिक पार्टी बनाया है।
विजय अपने राजनीतिक विजन को लेकर तमिलनाडु के विलिपुरम जिले के विक्रवांडी गाँव में अपना पहला कार्यकर्ता सम्मेलन रविवार 27 अक्टूबर को आयोजित किया जिसमें लाखों के संख्या में भी उमडे़ पड़े।
उन्होंने पहले ही सम्मेलन में अपना इरादा स्पष्ट करते हुए तमिलनाडु के सत्ताधारी डीएमके और केंद्र सरकार पर हमले किए।
उन्होंने लोगों को जोश भरते हुए कहा कि हम राजनीति में पैसे और रसूख के लिए नहीं आए हैं,हम व्यवस्था को बदलने आए हैं। हमारे इरादे नेक है नीति स्पष्ट है। हम विचारधारा के नाम पर भ्रष्टाचार का पालन पोषण करने वालों को सत्ता से बाहर करना चाहते हैं। हम उन राजनीतिक पार्टियों के खिलाफ लड़ाई में आए हैं जो विभाजनकारी है जो समाज को बांटने पर तुले हुए हैं। बिना नाम लिए हुए उसने अप्रत्यक्ष रूप से सत्ताधारी डीएमके सरकार पर परिवारवाद और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उनका कहना था तमिलनाडु में द्रविड़ मॉडल के रूप में एक पार्टी भ्रष्टाचार से तिजोरिया भर चुकी हैं। धार्मिक अराजकता फैला रहे हैं,दूसरे धर्म के लोगों को मलेरिया और डेंगू कह रहे हैं ऐसी राजनीति से हमें परहेज हैं जो एक दूसरे को सम्मान नहीं करते । हमारा एक ही सिद्धांत है राजनीति हमला भी करें तो शिष्टाचार के अंदर रहकर। उन्होंनें देश में पहले भ्रष्टाचार को खत्म करने की बात कही।
उन्होंने दावा किया कि 2026 के विधानसभा चुनाव में हमारी पार्टी तमिलगा (Vetri) बैटरी कड़गम भारी मतों से जीतेंगे और तमिलनाडु के सत्ता से ऐसी पार्टी की विदाई होगी जो द्रविड़ के नाम पर दशकों से तमिलनाडु के लोगों को ठग रहे हैं।
यहां उल्लेखनीय है कि थलपती विजय ने अपने 45 मिनट के भाषण में कभी भी एआईएडीएमके का नाम नही लिया। राजनीतिक पंडितों का कहना है की विजय एआईएडीएमके पर राजनीतिक हमले नहीं करने से यह संकेत दिया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में वह दिवंगत कैप्टन विजयकांत के ही तरह एआईएडीएमके के साथ जा भी सकते हैं।
यहां इस बात का जिक्र करना भी जरूरी है कि तमिलनाडु की राजनीति में कमल हसन,शरद कुमार अभिनेत्री खुशबू सरीखे कई ऐसे चेहरे है जो अब तक कोई खास असर नहीं छोड़ सके है। सुपरस्टार रजनीकांत ने कई बार राजनीति में आने की बात कही लेकिन वह अब तक नहीं आए। लेकिन सुपरस्टार विजय को राजनीति में आने से तमिलनाडु की जनता में यह विश्वास जगा है कि यह अभिनेता दिवंगत एमजीआर, जयललिता की तरह लंबी पारी खेलेंगे।
(लेखक तमिलनाडु के स्वतंत्र पत्रकार हैं। यह लेखक के निजी विचार हैं।)