
-मंत्री रणजीत सिंह ने समर्थको की बैठक बुलाई
-विधायक लक्ष्मण नापा का इस्तीफा
-नेताओ के बेटे बेटी और पत्नी को दिए टिकट
-राजेन्द्र सिंह जादौन-
चंडीगढ़। हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की 67उम्मीदवारों की पहली सूची में पार्टी ने जातीय संतुलन साधने के साथ साथ महिलाओ को स्थान दिया है लेकिन टिकट की आस लगाए पार्टी नेताओ ने निराशा में भगदड़ शुरू कर कर दी है। बुधवार शाम को 67 उम्मीदवारों की सूची जारी होने के कुछ ही मिनटों बाद सोशल मीडिया पर एक के बाद एक पार्टी पदाधिकारियों के इस्तीफे की झड़ी लग गई।रनिया से टिकट की उम्मीद लगाए बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने भावी रणनीति पर विचार के लिए समर्थको की बैठक बुला ली है। रानियां, महम, बाढड़ा, थानेसर, उकलाना, सफीदों, पृथला, रेवाड़ी विधानसभा क्षेत्रो में बगावत दिखी दी है। पहली सूची में 25नए चेहरे है।साथ मंत्रियों और सात विधायको के टिकट काटे है।आठ महिलाओ को भी टिकट दिया है।पांच हारे चेहरों पर दांव लगाया है और दस दल बदलू को भी टिकट दिया है।विरोधी दलों पर परिवार वाद के लिए निशाने साधने वाली भाजपा ने नेताओ के बेटे बेटी और पत्नी को भी टिकट दिए है।ओबीसी समुदाय को 16टिकट,जाट और दलित को 13 13टिकट दिए है।
टिकट कटने के बाद रतिया के भाजपा विधायक लक्ष्मण नापा ने इस्तीफा दे दिया। रोहतक के महम से भाजपा के 2019 में प्रत्याशी रहे शमशेर सिंह खरखड़ा, सोनीपत के जिला उपाध्यक्ष संजीव वलेचा और भाजपा किसान मोर्चा चरखी दादरी के जिलाध्यक्ष विकास उर्फ भल्ले चेयरमैन ने भी पार्टी को अलविदा कह दिया।
हिसार की उकलाना रिजर्व सीट से जेजेपी के पूर्व विधायक अनूप धानक को टिकट देने से नाराज पार्टी के नेता शमशेर गिल और पूर्व उम्मीदवार सीमा गैबीपुर ने भी पार्टी छोड़ दी है। हिसार में कमल गुप्ता को टिकट मिलने पर पहले ही बगावत की घोषणा करने वाले भाजपा जिला उपाध्यक्ष तरूण जैन भी बागी तेवर दिखा रहे हैं। उन्होंने सुबह अपने निवास पर समर्थकों की बैठक बुलाई है। वहीं, सोनीपत से भाजपा पूर्वांचल प्रकोष्ठ के प्रदेश सह-संयोजक संजय ठेकेदार ने भी भाजपा छोड़ दी है।
चरखी दादरी के बाढड़ा सीट से विधायक रहे सुखविंद्र श्योराण ने प्रदेश अध्यक्ष किसान मोर्चा के पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके अलावा परिवार पहचान पत्र के स्टेट कोऑर्डिनेट सतीश खोला भी बगावत पर उतर आए हैं। उन्होंने शुक्रवार को अपने आवास पर समर्थकों की बैठक बुला ली है।
सोनीपत से कविता जैन भी बगावत पर उतर आई हैं। उनके पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि वह भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही हैं। कविता जैन पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के मीडिया सलाहकार रह चुके राजीव जैन की पत्नी हैं।
हिसार में भाजपा के मौजूदा विधायक और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता की खुले तौर पर आलोचना करने वाले और दोबारा टिकट न मिलने पर पार्टी छोड़ने की घोषणा करने वाले भाजपा नेता तरूण जैन ने बगावत कर दी है। उन्होंने सुबह अपने आवास पर समर्थकों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में वह समर्थकों से राय लेकर पार्टी छोड़ने का ऐलान कर सकते हैं। तरूण जैन खुद को टिकट की दौड़ में बता रहे थे। हालांकि, उनका नाम पहले दिन से ही पैनल में नहीं था। सावित्री जिंदल और मंत्री डॉ. कमल गुप्ता में से एक को ही टिकट दिया जा सकता था। पार्टी ने पुराने नेता डॉ. कमल गुप्ता पर विश्वास जताया।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं। यह लेखक के निजी विचार हैं।)