
-देवेंद्र यादव-

मानसून सत्र के शुरू होने से पहले लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की जोड़ी उड़ीसा से लेकर असम तक एक साथ नजर आई। कांग्रेस की युवा और बुजुर्ग नेता की यह जोड़ी, राहुल गांधी के उस बयान की याद दिला रही है जिसमें उन्होंने कहा था कि मैं बोलूंगा तो सुनामी आ जाएगी। क्या राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे की जोड़ी मानसून सत्र में सुनामी का संकेत दे रही है, क्योंकि सत्ता पक्ष भारतीय जनता पार्टी को संसद में घेरने के लिए पहलगाम हमला, चुनाव आयोग द्वारा बिहार में एसआईआर कराने जैसे अनेक बड़े मुद्दे हैं। क्या कांग्रेस इन सभी मुद्दों को गंभीरता से संसद में उठाकर सत्ता पक्ष भारतीय जनता पार्टी को घेरेगी। यह तो जब संसद का मानसून सत्र शुरू होगा तब पता चलेगा लेकिन कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की जोड़ी उड़ीसा और असम में जहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार हैं आक्रामक नजर आई। दोनों ही जगह कांग्रेस की जोड़ी ने भाजपा सरकार पर जबरदस्त राजनीतिक हमले किए। राहुल गांधी और खरगे ने एक मंच पर खड़े होकर उड़ीसा और असम में भारतीय जनता पार्टी को एक साथ ललकारा। असम में तो राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री हेमंत विस्वा सर्मा को जेल भेजने की चेतावनी देकर देश के राजनीतिक गलियारों को गर्मा दिया। उड़ीसा और असम में दोनों ही नेताओं ने स्थानीय कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठक भी की। कांग्रेस हाई कमान का यह कदम और रणनीति कांग्रेस को मजबूत करने के लिए कारगर सिद्ध होगी। कांग्रेस को मजबूत करने के लिए ऐसी ही रणनीति की जरूरत है। जब कांग्रेस के दो शीर्ष नेता कार्यकर्ताओं और नेताओं के यहां जाकर उनके साथ बैठकर सीधे संवाद करें यह कांग्रेस हाई कमान का अच्छा कदम है। दिल्ली में राज्यों के नेताओं को बुलाकर बैठक करने की जगह दोनों नेताओं को राज्यों में जाकर बैठक करना कांग्रेस के लिए हितकर है।

बिहार के बाद असम में विधानसभा के चुनाव होने हैं। सवाल यह है कि क्या मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी की यह जोड़ी बिहार विधानसभा चुनाव में भी एक साथ नजर आएगी। अभी तक बिहार में दोनों नेता अलग-अलग दौरे करते हुए नजर आए मगर आने वाले दिनों में बिहार के अंदर दोनों नेता एक साथ एक मंच पर नजर आएंगे। दोनों नेताओं को मंच पर एक साथ देख कर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और नेताओं में भी जोश भर आता है। देखना यह है कि यह जोड़ी बिहार में भी कांग्रेस कार्यकर्ताऔ और नेताओं में जोश भरेंगी। वैसे बिहार में राहुल गांधी के दोरों ने बिहार कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम किया जो विधानसभा चुनाव में नजर आएगा।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं। यह लेखक के निजी विचार हैं)