
-देवेंद्र यादव-

लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी की अमेरिका यात्रा की देश में चर्चा है। यूं तो राहुल गांधी की विदेश यात्राएं हमेशा चर्चा में रही है, मगर इस बार राहुल गांधी ने लोकसभा में प्रतिपक्ष का नेता बनने के बाद पहली विदेश यात्रा की है। अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव का जोर है इसलिए राहुल गांधी की अमेरिका यात्रा देश के राजनीतिक गालियांरो और मीडिया के भीतर अधिक चर्चा में है।
(वीडियो साभार एआईसीसी वेबसाइट)
सवाल यह है कि क्या राहुल गांधी विदेशी धरती पर जाकर प्रवासी भारतीयों से जो संवाद कर रहे हैं क्या वह देश को
बदनाम कर रहे हैं या राहुल गांधी विदेशी धरती पर जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा प्रवासी भारतीयों के बीच दिए गए उन बयानों और सवालों का जवाब दे रहे हैं जो मोदी के उन बयानों को देश की जनता के बीच कांग्रेस बता रही है। विदेशी धरती पर जब प्रवासी भारतीयों से मुखातिब होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बयान देते थे तब भारत के राजनीतिक गलियारों और मुख्य धारा की मीडिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विदेश में डंका बजता था। मगर जब राहुल गांधी विदेशी धरती पर जाकर प्रवासी भारतीयों को देश के बारे में अवगत कराते हैं तब राजनीतिक गालियारो और मुख्य धारा के मीडिया में चर्चा होने लग जाती है कि राहुल गांधी विदेशी धरती पर जाकर भारत की बुराई कर रहे हैं। शायद इसीलिए कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा भारत के संदर्भ में विदेश में कहीं बातों का वीडियो सार्वजनिक किया है।
यदि कांग्रेस की बात करें तो क्या यह पार्टी देश की जनता को बता रही है कि राहुल गांधी विदेशी धरती पर जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा खड़े किए गए सवालों का जवाब दे रहे हैं।
राहुल गांधी ने अमेरिका में तीसरे दिन प्रेस से मुखातिब होकर प्रेस क्लब में पत्रकारों के सवालों का बेबाकी से जवाब दिया और पाकिस्तान के संदर्भ में पूछे गए सवाल का जवाब दिया। पाकिस्तान भारत में आतंकवादी गतिविधियां चलाता है।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं। यह लेखक के निजी विचार हैं।)