
-केजरीवाल की दावणगेरे में पहली सभाः भाजपा पर बरसे
-द ओपिनियन-
गुजरात के चुनावों के बाद आम आदमी पार्टी की नजर अब कर्नाटक विधानसभा के लिए मई में संभावित चुनावों पर है। आप चुनावी मोड में आ गई है। पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कर्नाटक के दावणगेरे में पार्टी की पहली चुनाव सभा को संबाधित किया और राज्य में सत्तारूढ भाजपा पर खूब बरसे। भ्रष्टाचार को लेकर बोम्मई सरकार को खूब आड़े हाथ लिया। उन्होंने आम आदमी पार्टी को कट्टर ईमानदार पार्टी बताया और भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टोलरेंस की पार्टी की नीति को दोहराया। केजरीवाल के इस दौरे से राजनीतिक क्षेत्रों में यह सवाल उठना शुरू हो गया है कि केजरीवाल कर्नाटक में किसके वोट काटेंगे। भाजपा को नुकसान पहुंचाएंगे या कांग्रेस व जद एस का रास्ता रोककर सत्ता में वापसी की उनकी योजना की हवा निकाल देगी। आम आदमी पार्टी तो इन चुनावों से कुछ राजनीतिक फायदे मिलने या ना मिले उसके वोट प्रतिशत को तो बढ़ा ही देगी। यही पार्टी के लिए अब राष्ट्रीय राजनीति में और प्रभावी बनाने के लिए अहम कदम है। केजरीवाल ने अपनी सभा में यह बात स्पष्ट कर दी। केजरीवाल ने बार बार बोम्मई सरकार पर प्रहार किया। उसे 40 प्रति कमीशन वाली सरकार कहा और अपने भाषणा में बार बार इस बात को रेखांकित किया। गोवा में और गुजरात विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी चुनाव मैदान में थी। आज भी इस बात के राजीनितक स्तर पर कयास लगाए जाते हैं कि दूसरे राज्यों से आए दलों ने भाजपा की राह आसान बना दी थी। तो क्या आम आदमी पार्टी कर्नाटक में भी यही खेल करेगी? अभी यह कहना सिर्फ कयास ही है। देखना यह भी है कि आम आदमी पार्टी किस ताकत के साथ मैदान में उतरती है और कितनी संजीदगी से वह चुनाव लड़ती है।
दावणगेरे की सभा में केेजरीवाल ने यह कहकर लोगों को आम आदमी पार्टी से जुडने का आह्वान किया। केजरीवाल ने कहा कि डबल इंजन की सरकार में भ्रष्टाचार भी बढकर दो गुना गया है। केजरीवाल ने भाजपा विधायक के बेटे के आवास से 6 करोड रुपए के अधिक की नकदी बरामद होने का जिक्र किया। उन्होंनें इस घटना को लेकर भाजपा और राज्य की सत्तारूढ भाजपा सरकार की खूब खिंचाई की। इन्होंने इस घटना का जिक्र करते हुए कहा कि मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया गया है जबकि सिसोदिया के घर पर मारे गए छापों में कुछ नहीं मिला। लेकिन सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने आगे कहा कि ‘डबल इंजन’ सरकार में भ्रष्टाचार दोगुना हो गया है। कर्नाटक को ‘नए इंजन’ की सरकार चाहिए।
क्या होगा चुनावी परिदृश्य
अब यहां सवाल यह उठता है कि आम आदमी पार्टी यदि कर्नाटक की अधिकतर सीटों पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतारती है तो क्या चुनावी परिदृश्य होगा। सत्तारूढ भाजपा के अलावा यहां कांग्रेस और जनतादल एस अन्य बडी राजनीतिक ताकते हैं और सत्ता की दावेदार हैं। इसके अलावा भाजपा से अलग होकर नई पार्टी बनाने वाले जनार्दन रेड्डी ने भी अपनी अलग पार्टी बना ली है और वह कुछ सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ा करेगी। कर्नाटक में इस बार भाजपा की राह आसान नहीं है। कई महीनों से नेतृत्व परिवर्तन और मंत्रिमंडल में फेरबदल के कयास लगाए जा रहे थे लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। अब चुनाव में गिनती के दिन रह गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा अब सक्रिय राजनीति से दूर हो गए हैं, हालांकि उन्होंने कहा है कि वह पार्टी के लिए काम करते रहेंगे। इसलिए भाजपा के सामने भी इस बार कई चुनौतियां हैं देखना है कि कौनसी पार्टी किस रणनीति के साथ चुनाव मैदान में उतरती है।