
नई दिल्ली। कांग्रेस नेतृत्व ने शुक्रवार को कहा कि जो लोग पार्टी लाइन का पालन नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कांग्रेस नेता शशि थरूर द्वारा एक अंग्रेजी अखबार के नियमित कॉलम में केरल में सीपीएम के नेतृत्व वाली सरकार की उपलब्धियों की प्रशंसा करने से उत्पन्न विवाद के बीच,केरल के नेताओं के साथ कांग्रेस आलाकमान की बैठक के दौरान, कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने नेताओं को “पार्टी लाइन के खिलाफ नहीं जाने और केरल के लोगों का अपमान नहीं करने” के लिए आगाह किया। कांग्रेस की केरल प्रभारी दीपा दासमुंशी ने कहा कि राज्य में आगामी स्थानीय निकाय और विधानसभा चुनाव जीतने के लिए सभी को समन्वय, अनुशासन और एकता के साथ काम करना होगा। उन्होंने कहा, “अगर कोई व्यक्तिगत रूप से कुछ कहता है… तो हम कड़ी कार्रवाई करेंगे।” एम एम हसन सहित तीन नेताओं ने थरूर की सार्वजनिक टिप्पणियों पर सवाल उठाया।
सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी ने कहा कि वह राज्य और लोगों से भावनात्मक रूप से जुड़े हुए हैं। सूत्रों ने उनके हवाले से कहा, “लोग बदलाव चाहते हैं और हमें अपनी रणनीतियों के बारे में सावधान रहना चाहिए। हमें पार्टी लाइन के खिलाफ कुछ भी गलत नहीं करना चाहिए।” एआईसीसी महासचिव संगठन के सी वेणुगोपाल ने कहा कि किसी भी नेता को मीडिया में बेबुनियाद बयान देने का अधिकार नहीं है। एम एम हसन समेत कम से कम तीन नेताओं ने थरूर पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी सार्वजनिक टिप्पणियों से पार्टी को नुकसान पहुंचा है। जब उनसे पूछा गया कि क्या निंदा थरूर पर लक्षित है, तो दासमुंशी ने कहा: “आप केवल थरूर पर ही निशाना क्यों साध रहे हैं? कई अन्य लोगों ने व्यक्तिगत विचार व्यक्त किए हैं। यह आम तौर पर सभी को बताया गया है।” उन्होंने राज्य इकाई में नेतृत्व परिवर्तन की संभावना से भी इनकार किया। इसका मतलब है कि के सुधाकरन अध्यक्ष बने रहेंगे।
दीपा दास मुंशी जब मीडिया से बात कर रही थीं तब कांग्रेस के केरल इकाई के तमाम वरिष्ठ नेताओं के साथ सांसद शशि थरूर उनके ठीक बगल में खड़े थे। शशि थरूर ने मीडिया से कोई बात नहीं की। उनको लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि उन्होंने पहले ही सफाई दे दी है और मुश्किलें मत बढ़ाइए।सूत्रों के मुताबिक बैठक में शशि थरूर से जुड़े हालिया विवाद पर बात नहीं हुई। थरूर ने भी अन्य नेताओं की तरह केरल में कांग्रेस की सरकार बनाने को लेकर अपने सुझाव दिए। बैठक में सांसद प्रियंका गांधी समेत केरल के करीब दो दर्जन वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
बैठक में तय हुआ कि अप्रैल में राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और प्रियंका गांधी कोच्चि में एक बड़े कार्यकर्ता सम्मेलन के जरिए पार्टी के चुनावी अभियान की शुरुआत करेंगे। केरल में अगले साल चुनाव होंगे। प्रदेश में सीपीएम सरकार हैट्रिक लगाने की तैयारी में है तो वहीं कांग्रेस दस सालों के बाद वापसी के लिए बेताब है।