
पटना। विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शनिवार को भाजपा और संघ परिवार को निशाने पर लेते हुए उन पर संविधान को कमजोर करने और हाशिए पर पड़े समुदायों को उनके अधिकारों से वंचित करने का आरोप लगाया। पटना में ‘संविधान सुरक्षा सम्मेलन’ में राहुल गांधी ने आरएसएस और भाजपा पर संविधान की बुनियाद को ही खत्म करने का आरोप लगाया। उनके भाषण में सामाजिक न्याय, जाति जनगणना की जरूरत और दलितों और अल्पसंख्यकों के हाशिए पर होने के मुद्दे शामिल थे।
राहुल का संबोधन कांग्रेस के उस बयान के इर्द-गिर्द घूमता रहा जिसमें उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक लड़ाई उन लोगों के बीच है जो संविधान को बचाना चाहते हैं और जो नफरत फैला रहे हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारतीय संविधान ऐतिहासिक संघर्ष और सामूहिक बुद्धिमत्ता से पैदा हुआ एक जीवंत दस्तावेज है।
उन्होंने कहा यह सिर्फ़ एक किताब नहीं है। यह 1000 सालों का विचार है। उन्होंने व्यवस्थागत अन्याय, खास तौर पर दलितों, आदिवासी समुदायों और हाशिए पर पड़े समूहों के खिलाफ़ को संबोधित करने में इसकी भूमिका पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा, ष्दलितों, हाशिए पर पड़े लोगों, एसटी के साथ जो अन्याय हुआ, वह भी किताब में है। इस संविधान ने कुछ हद तक दर्द कम किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी और आरएसएस संविधान को कमज़ोर कर रहे हैं और हाशिए पर पड़े समुदायों की उपेक्षा कर रहे हैं।
उधर, राहुल गांाधी का पटना दौरा राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पटना में कांग्रेस की सभा और कार्यकर्ताओं से संवाद के बाद उन्होंने लालू प्रसाद यादव से मिलने की जानकारी दी। वह सदाकत आश्रम पहुंचे और इसके पहले ही बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव को जानकारी दे दी गई कि राहुल गांधी राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से मिलने के लिए पहुंच रहे हैं।
तेजस्वी यादव ने पिछले दिनों साफ कर दिया था कि लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों का बना गठबंधन- इंडिया का अस्तित्व अब नहीं रहा है। इसके साथ ही बिहार में महागठबंधन के बैनर तले ही चुनाव में उतरने की बात हो चुकी है। ऐसे में राहुल गांधी का लालू प्रसाद यादव से मिलना साफ बता रहा है कि चुनावी तैयारी किस रास्ते पर होगी।
राहुल गांधी शनिवार को बिहार लोक सेवा आयोग के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे 70वीं प्राथमिक परीक्षा के अभ्यर्थियों से मिलने के लिए गर्दनीबाग स्थित धरना स्थल पर भी पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से बात की और उन्हें बताया कि कांग्रेस उनके साथ है और इस आंदोलन में हर कदम पर साथ रहकर सरकार से भिड़ेगी। बिहार में बीपीएससी अभ्यर्थियों का एक समूह प्राथमिक परीक्षा को रद्द कराने की मांग कर रहा है।