
-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। राजस्थान के कोटा में अनंत चतुर्दशी का त्योहार 9 सितंबर को बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। इसके लिए सभी तैयारियां अंतिम चरण में है। भगवान गजानन की झांकियां सजकर तैयार हैं तो जिला प्रशासन के अधिकारियों ने आज जुलूस की तैयारियों का जायजा लेने के लिए जुलूस के मार्ग का अवलोकन किया। अनंत चतुर्दशी पर कल कोटा में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त रहेंगे। कोटा कलक्टर ने कल सार्वजनिक अवकाश की घोषणा भी कर दी है। वैश्विक महामारी कोविड-19 के संक्रमण के कारण सरकारी पाबंदियों के चलते पिछले दो साल से कोटा में अनंत चतुर्दशी का जुलूस नहीं निकल पाया था लेकिन इस बार बंदिशे हटने के बाद अनंत चतुर्दशी पर भगवान गजानन की झांकियों को जुलूस के साथ विसर्जन के लिए ले जाने को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह है। यही वजह है कि इस बार पूरे शहर भर में, यहां तक की गली-मौहल्ला स्तर पर गणेश पांडाल सजाई गई है।
गणपति बप्पा मोरिया’ के उद्घोष साथ आरती
कोटा शहर के लगभग सभी प्रमुख स्थलों पर सिद्धिविनायक की झांकियां बहुत ही भव्य तरीके से पांड़ालों में सजी हुई है। 31 अगस्त को गणेश उत्सव प्रारंभ होने और घरो सहित शहर के प्रमुख स्थानों पर साज-सज्जा के साथ भगवान गजानन को विराजमान किए जाने के साथ ही आरती-प्रसादी वितरण का जो सिलसिला शुरू हुआ था, वह आज भी जारी रहा। शहर भर में आज शाम को एकदंता विपदा विनाशक भगवान गजानंद के मंदिरों और सार्वजनिक स्थानों पर सजाए गए पंडालों में ‘गणपति बप्पा मोरिया’ के उद्घोष साथ आरती की गई। कल दोपहर को सर्वप्रथम पूजनीय बुद्धि-विवेक के देवता गजानन की विदाई से पहले आज शाम से देर रात तक मंदिरों-पंडालों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी जहां पूजन-आरती के कार्यक्रम हुए। कुछ स्थानों पर आज रात भी कीर्तन मंडलियों के साथ भजनों के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। भजन मंडलियों ने पूरी श्रद्धा और उत्साह के साथ ढोल-मंजीरों की धुन पर अशुभ-अमंगल के नाशक भगवान गणेश का गुणगान किया। नये कोटा शहर में जेडी सर्किल पर 10 दिवसीय मेले का आयोजन किया जा रहा है जहां अनंत चतुर्दशी की पूर्व संध्या पर आज विशेष चहल-पहल रही। यहां कई तरह की स्टाल सजाई गई है जिसमें खाने-पीने की सामग्री से लेकर फैंसी वस्तुओं की दुकानें शामिल है। बड़ी संख्या में लोग अपने परिवारों सहित मेले में पहुंचे।
सुरक्षा के चाक-चौबंद बंदोबस्त
वर्ष 1989 की 6 सितम्बर को को अनंत चतुर्दशी के जुलूस पर कोटा के घंटाघर इलाके में बम फ़ैंके जाने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद अत्यंत संवेदनशील हो चुके इस त्योहार पर निकलने वाले जुलूस के लिए प्रशासन ने सुरक्षा के चाक-चौबंद बंदोबस्त किये है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आज से ही शहर के विभिन्न स्थानों पर ऐसे पुलिस अधिकारियों की खास तौर से तैनातगी की गई है जिनकी पूर्व में कोटा में पोस्टिंग रह चुकी है और जिनकी इलाकों में अच्छी-खासी पकड़ रही है। जुलूस मार्ग पर कल स्थानीय पुलिस के अलावा राजस्थान सशस्त्र पुलिस बल, रैपिड एक्शन फोर्स, होमगार्ड आदि के करीब पौने चार हजार जवान और अधिकारी तैनात रहेंगे। अनंत चतुर्दशी के जुलूस में कल हजारों की संख्या में भगवान गणपति की छोटी-बड़ी प्रतिमाओं के साथ लोग विसर्जन के लिए पहुंचेंगे।
देर रात्रि तक विसर्जन का सिलसिला जारी रहेगा
भगवान गजानन की झांकियों के साथ जुलूस कल दोपहर सूरजपोल गेट से रवाना होकर कैथूनीपोल, रामपुरा होते हुए रात को किशोर सागर तालाब के विसर्जन स्थल पर पहुंचेगा जहां देर रात्रि तक विसर्जन का सिलसिला जारी रहेगा। कोटा में किशोर सागर तालाब के अलावा भितरिया कुंड, रंगबाड़ी बालाजी नान्ता करणी माता मंदिर पर भी विसर्जन होगा और इन सभी जगहों पर नावों के साथ एसडीआरएफ, नगर निगम के गोताखोर, नागरिक सुरक्षा दल तैनात। किए जाएंगे। जिला मजिस्ट्रेट ओपी बुनकर ने आज पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ जुलूस मार्ग का अवलोकन किया और सड़क मार्ग सहित अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया। जिला मजिस्ट्रेट ने कड़ी सुरक्षा बंदोबस्त के संबंध में भी पुलिस अधिकारियों को हिदायत दी। कोटा में पहले ही 20 से भी अधिक कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं। शहर के सभी संवेदनशील स्थानों पर कड़ी चौकसी बरती जा रही है और पुलिस की टोलियों की गश्त जारी रही। आज कोटा शहर के संवेदनशील इलाकों में बैरीकेडिंग करके रास्ते रोके गए हैं। पूरे जुलूस मार्ग पर कैमरों से कड़ी नजर रखी जाएगी।