
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि सरकार महिला आरक्षण विधेयक को तुरंत लागू करें और जाति आधारित जनगणना कराए। राहुल गांधी ने कहा कि महिला आरक्षण विधेयक ध्यान भटकाने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि इसे लागू करने में दस साल तक समय लग सकता है। हमें तो यह यकीन भी नहीं है कि यह लागू होगा या नहीं।
उल्लेखनीय है कि संसद पुराने भवन को नए भवन में स्थानांतरित की गई। राहुल गांधी ने कहा कि यह अच्छी बात है। पहले तो हमें एजेंडा का पता नहीं था। बाद में, हमें पता चला कि यह अधिवेशन महिला आरक्षण विधेयक के लिए था। राहुल गांधी ने कहा कि मेरी केवल यही मांग रही है कि सरकार को सबसे पहले जाति आधारित जनगणना करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि देश को पता लगना चाहिए कि यहां ओबीसी भाई कितने हैं और उन्हें देश चलाने में भागीदारी मिलनी चाहिए। राहुल से जब पूछा गया कि आपकी सरकार के दौरान ये बिल पास नहीं हो सका था, अगर आपकी तत्कालीन यूपीए सरकार कोशिश करती तो 10 साल पहले ही ये पास हो जाता। इस पर राहुल ने कहा कि मुझे अफसोस है कि कांग्रेस के शासनकाल में ये बिल पास नहीं हो सका।
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि संसद में सभी ओबीसी सांसदों को केवल मूर्ति बनाकर रखा हुआ है। उन्होंने कहा कि देश के लिए किसी भी फैसले में इन सांसदों को शामिल नहीं किया जाता है। राहुल ने कहा कि ओबीसी को यह सरकार कोई प्राथमिकता नहीं देती है। उन्होंने कहा कि इसी वजह से जातिगत जनगणना होने से इन युवाओं को अपने अधिकारों को पता लग सकेगा।