
कोटा। राजकीय संग्रहालय बृज विलास के परिसर में ‘भारतीय इतिहास संकलन समिति कोटा’ एवं “इतिहास एवं कला परिषद कोटा” तथा इंटेक बाराँ चैप्टर के संयुक्त तत्वाधान में एक समारोह के अंतर्गत कोटा के प्रसिद्ध इतिहासकार डॉ मथुरा लाल शर्मा के चित्र का अनावरण एवं डॉ अविनाश गुप्ता कृत एवं प्रीशा गुप्ता द्वारा संपादित पुस्तक “डॉ मथुरा लाल शर्मा पर्सनैलिटी एंड सोसिएटल कंट्रीब्यूशन” कृति का विमोचन पूर्व सांसद कोटा महाराव इज्यराज सिंह द्वारा किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि महाराव इज्यराज सिंह ने कहा कि ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण से ही सनातन धर्म, संस्कृति, वीर योद्धाओं के राष्ट्र धर्म के लिए किए गए योगदान से युवा पीढ़ी परिचित हो सकेगी उन्होंने कहा कि इतिहास तथ्यों के आधार पर लिखा जाना चाहिए। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉक्टर अरविंद सक्सेना ने डॉक्टर मथुरा लाल के इतिहास लेखन को उजागर किया उन्होंने कहा कि रियासत के पुरातात्विक ऐतिहासिक कार्यों में डॉक्टर मथुरा लाल शर्मा का विशेष योगदान रहा है। डॉक्टर मथुरा लाल शर्मा की पौत्री डॉ मनीषा ने उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला और उनके कोटा के इतिहास में योगदान के बारे में जानकारी दी। इस कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ मोहनलाल साहू ने बताया कि संग्रहालय में प्रदर्शित दूसरी- तीसरी शताब्दी के बड़वा के यूपों से मौखरी राजवंश की जानकारी प्राप्त होती है। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि डॉ अविनाश गुप्ता, हिमांशु सिंह, ओम प्रकाश शर्मा, पूरन मित्तल ने भी अपने विचार रखे। इतिहासविद् ‘फ़िरोज़ अहमद’ ने इस संग्रहालय की स्थापना में कोटा महाराव उम्मेद सिंह जी द्वितीय और महाराव भीम सिंह जी द्वितीय के योगदान तथा डॉ मथुरा लाल जी शर्मा के अथक परिश्रम और विद्वता के बारे में जानकारी दी। यह संग्रहालय सन् 1946 में स्थापित किया गया था। डॉ आदित्य गुप्ता ने कार्यक्रम का सफ़ल संचालन किया।इस कार्यक्रम में शहर के अन्य गणमान्य प्रबुद्ध जनों में, नेता प्रतिपक्ष विवेक राजवंशी, भारतीय इतिहास संकलन समिति’ के नवनीत स्वरूप, डॉ रामावतार ‘सागर’ और डॉ महावीर साहू, सुरेश मेघवाल डॉक्टर शिव स्वरूप, प्रिंसी सिंह तथा परिवार के अन्य सदस्य मौजूद रहे। विमोचित पुस्तक का आवरण चित्र प्रसिद्ध छायाकार अब्दुल हनीफ़ ज़ैदी का रहा।