
-एएच जैदी-

(नेचर और टूरिज्म प्रमोटर)
कोटा। जब एक ओर कांक्रीट के जंगल की होड लगी हो तब जैविक विविधता और नैसर्गिक सौंदर्य से भरपूर स्थान देखना आंखों को बहुत सुहाता है। यह फार्म हाउस बूंदी जिले के बरधा बांध के रास्ते में है। इसमें विशाल क्षेत्र में बने खेत हैं जहां अलग—अलग भागों में विभिन्न तरह की खेती होती है।
हम ने यहां आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों को भी देखा है। इसके अलावा जैविक खाद भी बनाई जाती है और किसानों के लिऐ उम्दा किस्म के बीज तैयार किये जाते हैं।
गेंहू, चावल, सरसों के लहराते खेत देखकर वाह करते निकलते हैं। वैसे भी बूंदी रोड पर अल्फा नगर उपजाऊ क्षेत्र है। यह बून्दी जिले में आता है और आगे वाला भाग मिनी पंजाब कहलाता है।
इस मार्ग से बरधा तालाब पर जाते हैं। वर्षा में यह रमणीय स्थल पर्यटकों की आवक से भरा रहता है। इसी डेम पर शीत ऋतु में विदेशी पक्षियों का जमघट बना रहता है। सेठी फार्म हाउस में बड़ा रेस्ट हाउस बना है। सुरक्षा की दृष्टि से ऊंची चार दीवारी बनी है। यहां 2 फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है। इन फिल्मों में यहां बने चरखी वाले कुएं के सीन फिल्माए गए हैं। यहां उत्कृष्ट किस्म के आमों का बगीचा है।
इसमें अनेकों प्रकार के पेड़ लगे हैं। इसमें पीपल के पेड़ पर 50 के लगभग मधुमक्खी के छत्ते दिखाई देते हैं। सेमल व पलाश, बीलपत्र, कैंथ, जामुन आदि के पेड़ हैं। इनमें अंदर झूले लगे हैं और पुरानी बैलगाड़ी रखी है। जो खजूर के पेड़ सूख गए उनको काट कर बैठने के लिए बनाया गया है। यहां माचिस और दिल्लगी फिल्मों को फिल्माया गया है।
यहां दूध के लिए भैंसे एक बाड़े में पाल रखी है। इनका अपना बड़ा ऑफिस है जहाँ कर्मचारियों से मैनेजर तक कार्यरत हैं।
इसका प्रबंधन निखिलेश सेठी व उनके परिवार के सदस्य देखेते हैं। अनेकों प्रकार के पक्षियों में कोयल, तीतर, गोल्डन ओरियर, आउल ग्रे, हॉर्न बिल, टिटहरी ड्रंगो, मोर, ग्रीन पिजन, सनबर्ड, बेबलर, बया, तोते आदि पक्षी देखने को मिलते हैं।