-विष्णुदेव मंडल-

चेन्नई। देश चुनावी मोड में आ चुका है, और जगजाहिर है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चुनाव कैंपेनर के रूप में सर्वाधिक लोकप्रिय नेता में शुमार किए जाते हैं। शनिवार का दिन तमिलनाडु और तेलंगना के लिए बेहद अहम और यादगार माना जाएगा, दोनों जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी महत्वाकांक्षी योजनाओं में एक बंदे भारत ट्रेनों की हरी झंडी दिखाई !
मसलन चेन्नई के पुराचि तलेवर एमजी रामचंद्रन सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर दोपहर में चेन्नई और कोयम्बटूर के बीच बंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई इससे पहले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एयरपोर्ट पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। अमूमन देखा जा रहा है की जहां विपक्षी दलों की सरकार है वहां के मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री के स्वागत में जाने से कतराते हैं लेकिन तमिलनाडु के मुख्यमंत्री जो विपक्षी एकता में सेतु का काम कर रहे हैं या यूं कहें की अगुवाई कर कर रहे हैं वह प्रधानमंत्री की अगवानी करते हैं।
यहां इस बात का उल्लेख करना जरूरी है की प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में उनके द्वारा की गई विकास परियोजना के उल्लेख में कांग्रेस शासन में किए गए तुलनात्मक विवरण प्रस्तुत किए वही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के सत्ताधारी पार्टी डीएमके के खिलाफ एक शब्द नहीं बोला जबकि इससे उलट तेलांगना के सिकंदराबाद में मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव पर जमकर बरसे और उनपर परिवारवाद और भ्रष्टाचार के आरोप जमकर लगाए। यह इस बात का सबूत है कि राजनीति में कोई स्थाई शत्रु या मित्र नहीं होता। केवल आपसी हित शत्रु और मित्र तय करते हैं।
यहां गौर करने वाली बात यह है कि जो प्रधानमंत्री एम करुणानिधि के परिवार पर भ्रष्टाचार और परिवारवाद के आरोप लगा रहे थे वह आखिर तमिलनाडु की धरती पर एमके स्टालिन के खिलाफ एक शब्द क्यों नहीं बोल पाए। उन्होंने मुख्यमंत्री एम के स्टालिन की मौजूदगी में कहा कि तमिलनाडु की तरक्की और विकास होगा तभी इंडिया का विकास होगा। हमने हमेशा तमिलनाडु को प्राथमिकता के तौर पर आगे रखा है जिनके तहत सड़क मार्ग और रेल मार्ग इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए 6000 करोड़ के बजट रखा गया है। जो पिछले कांग्रेस सरकार के कार्यकाल 2009 से 2014 तक 900 करोड़ से भी कम थी। उन्होंने कहा कि 2004 से 2014 के बीच तमिलनाडु के नेशनल हाईवे की लंबाई 800 किलोमीटर थी, वही हमारी सरकार 2014 से 2023 के बीच 2000 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग को जोड़ें है। उन्होंने कहा 2014-2015 में राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण एवं विकास के लिए तमिलनाडु को 1200 करोड़ रुपए आवंटित की गई थी वह राशि 2022 से 2023 में बढ़ाकर 8200 करोड़ रूपये कर दी गई है। अर्थात 6 गुना बढ़ा दी गई है। मोदी ने कहा तमिलनाडु भारत के विकास का इंजन है यहाँ के तरक्की के बिना देश का विकास अधूरा रह जाएगा। आज जो भी योजनाओं का शिलान्यास किया गया है उनके पूरा होने पर रोजगार की अपार संभावनाएं होगी और तमिलनाडु आगे बढेगा तो देश आगे बढेगा। यहां की सभ्यता, भाषा, संस्कृति और परंपराओं से मेरा बहुत ही लगाव है और तमिलनाडु हमें अपना घर जैसा लगता है। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले देश में 380 मेडिकल कॉलेज थे जो 2014 से 2023 के बीच 660 हो गए हैं। उनका कहना था कि हमारी सरकार में तिगुनी रफ्तार में मेडिकल कॉलेज का निर्माण हुआ है। डिजिटल ट्रांजैक्शन के मामले में हम नंबर वन पर है। शहरों की अपेक्षा ग्रामीण इलाकों में डिजिटल ट्रांजैक्शन अधिक हो रही है। डाटा खर्च कम करने के मामले में भारत के गांव आगे हैं। अपने पूरे भाषण के दौरान वह एक शब्द भी तमिलनाडु के सत्ताधारी पार्टी डीएमके पर नहीं बोले। इससे प्रतीत होता है कि आगामी लोकसभा में भाजपा अपनी नये साथी तलाश रही है।
बता दें कि पिछले कुछ महीनों में भाजपा के तमिलनाडु अध्यक्ष की पार्टी सहयोगी एआईएडीएमके के साथ तल्खी चल रही हैं। तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष अन्नामलाई एआईएडीएमके के साथ गठबंधन करने के मूड में नहीं है। वहीं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व बिना मजबूत एलाइंस के चुनाव में जाने के पक्ष में नहीं है।
यहां उल्लेख करना जरूरी है कि शनिवार को एआईएडीएमके के महासचिव एडपाडि पलनीस्वामी और पूर्व उपमुख्यमंत्री पनीरसेल्बम भी हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री को स्वागत करने गए थे जबकि भाजपा तमिलनाडु के अध्यक्ष के अन्नामलाई अधिकांश कार्यक्रम से गायब नजर आए।
(लेखक चेन्नई के स्वतंत्र पत्रकार हैं। यह उनके निजी विचार हैं)