
-द ओपीनियन डेस्क-
तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्र शेखर राव (केसीआर) तथा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मिशन 2024 भाजपा के खिलाफ विपक्ष की एकता का अभियान रंग लाने लगा है। अब विपक्षी एकता के लिए मुख्यमंत्रियों की इस जोड़ी की हरियाणा में इनेलो यानी इंडियन नेशनल लोकदल की 25 सितंबर को आयोजित आम सभा पर निगाह है। पूर्व उप प्रधानमंत्री और इनेलो के संस्थापक देवी लाल की जयंती पर यह रैली आयोजित की जानी है। इस रैली को सम्मान दिवस नाम दिया गया है। इसमें इनेलो ने लाखों लोगों के शामिल होने का दावा किया है। पांच बार के सीएम ओम प्रकाश चौटाला शिक्षक भर्ती घोटाले में 10 साल की जेल की सजा की अवधि पूरी होने पर बाहर आए थे। वह इस रैली के माध्यम से राजनीति में वापसी के प्रयास में है। उनका इरादा इंडियन नेशनल लोकदल को हरियाणा की राजनीति में वापसी में मदद करना है।
इस रैली में बिहार से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तथा आरजेडी नेता तेजस्वी यादव शामिल होंगे। वहीं तेलंगाना से केसीआर आएंगे। इनके अलावा, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव जैसे कई क्षेत्रीय नेताओं के रैली में शामिल होने की उम्मीद है। आंध्रप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शामिल हो सकती हैं। शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल और कई अन्य लोगों के रैली में शामिल होने की संभावना है। इस रैली से कांग्रेस की दूरी नजर आ रही है क्योंकि कुछ दल कांग्रेस के साथ एक प्लेटफार्म शेयर नहीं करना चाहते।
चंद्रशेखर राव विपक्षी एकता के लिए गैर भाजपा नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। इस चरण में उन्होंने बिहार में अनुग्रह राशि वितरण के बहाने नीतीश कुमार से मुलाकात की थी। नीतीश ने हाल ही में भाजपा से गठबंधन तोडकर तेजस्वी यादव से हाथ मिलाया है। हालांकि नीतीश विपक्षी दलों को एक साथ लाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं, लेकिन नीतीश और केसीआर के बीच पिछली मुलाकात सकारात्मक रूप से समाप्त नहीं हुई थी, इसके बावजूद केसीआर उनके साथ काम करने के लिए तैयार हैं। दूसरी ओर नीतीश कुमार ने राहुल गांधी, शरद पवार, अरविंद केजरीवाल, और सीपीआई (एम) नेता सीताराम येचुरी सहित कई अन्य विपक्षी नेताओं से हाल ही में मुलाकात की थी।
दूसरी ओर राव हाल ही में कर्नाटक के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के साथ भी मीटिंग कर चुके हैं। कुमारस्वामी पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौडा के बेटे हैं और कर्नाटक की राजनीति में अहम भूमिका निभाते हैं। रैली के अवसर पर एकत्र होने वाले विभिन्न पार्टियों के दिग्गज नेता राष्ट्रीय राजनीति में भाजपा के विकल्प पर चर्चा करेंगे। चंद्रशेखर राव पहले ही 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्दे नजर राष्ट्रीय पार्टी के गठन के इरादे की जानकारी सार्वजनिक कर चुके हैं। उनका इरादा कई राज्यों के आगामी विधानसभा चुनाव में शिरकत करने का है। इन चुनावों में वह अन्य पार्टियों से समर्थन मांगेगे । उन्हें उम्मीद है कि किसानों के लिए तेलंगाना में जो योजनाएं लागू की हैं इसकी वजह से उन्हें इन राज्यों के विधानसभा चुनावों में किसानों और किसान नेताओं का समर्थन मिलेगा।