cheetah file photo
चीता। फाइल फोटो

भोपाल। करीब सात दशक बाद भारत में चीते की रफ्तार फिर देखने को मिलेगी। भारत में चीतों को 1952 में विलुप्त घोषित किया गया था। अब 8 चीते 17 सितंबर को नामीबिया से भारत पहुंचेंगे। जिनको मध्य प्रदेश के कुनो-पालपुर राष्ट्रीय उद्यान में छोडा जाएगा। मध्य प्रदेश वन विभाग के अधिकारियों के हवाले से मीडिया में आई खबरों के अनुसार नामीबिया से एक कार्गो विमान से चीते 17 सितंबर को सुबह जयपुर पहुंचेंगे। उसी दिन उनको जयपुर से हेलीकॉप्टर से मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले स्थित कुनो-पालपुर राष्ट्रीय उद्यान ले जाया जाएगा। वायुमार्ग से पहुंचने वाले चीतों को अपनी पूरी यात्रा के दौरान खाली पेट बिताना होगा। अधिकारियों के अनुसार ऐहतियात के तौर पर यह अनिवार्य है कि यात्रा शुरू करते समय किसी जानवर का पेट खाली होना चाहिए।

पीएम मोदी छोडेंगे चीतों को उद्यान में

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसी दिन अपने जन्मदिन के मौके पर इन चीतों में से तीन चीतों को चीता प्रतिस्थापन परियोजना के तहत इस उद्यान में बनाये गए विशेष बाड़े में छोड़ेंगे। इन चीतों को फिलहाल नामीबिया में मध्य प्रदेश के जैसे वातावरण व तापमान में रखा जा रहा है ताकि यहां आने के बाद उनको स्थानीय मौसम के अनुकूलन में समस्या का सामना नहीं करना पडे। इसके लिए एक टीम नामीबिया लगातार काम कर रही है।

नामीबिया से आने के बाद 30 दिन क्वारंटाइन रहेंगे चीते

प्रोजेक्ट पर काम कर रहे अधिकारियों के मुताबिक नामीबिया से आने के बाद चीतों को 30 दिन तक क्वारंटाइन में रखा जाएगा। इसके बाद इन्हें धीरे-धीरे बड़े बाड़ों में शिफ्ट किया जाएगा। बाद में ही खुले में भी छोड़ा जाएगा। इस दौरान चीतों की हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी। इसके लिए पूरे क्षेत्र को हाईटेक कैमरों से भी लैस किया जाएगा। सुरक्षा का कड़ा पहरा होगा।

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