
कोटा। राजस्थान के कोटा विश्वविद्यालय के वाणिज्य और प्रबंधन विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ अनुकृति शर्मा ने टर्की के अफ्योनकाराहिसर शहर में 20 अन्य देशो के सामने भारत का प्रतिनिधित्व किया। गैस्ट्रोनॉमी टूरिज्म पर तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कांग्रेस तुर्की के अफ्योनकाराहिसर शहर में आयोजित की गई। भारत से डॉ शर्मा ने गैस्ट्रोनॉमी पर्यटन के माध्यम से भविष्य को और अधिक टिकाऊ बनाने के बारे में अपने विचारों का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने स्थानीय व्यंजनों में वैश्विक पहचान संख्या के महत्व को भी समझाया। डॉ शर्मा ने कहा कि गैस्ट्रोनॉमी टूरिज्म के विकास के लिए हमें अपने स्थानीय व्यंजनों के प्रचार पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि गैस्ट्रोनॉमी टूरिज्म के जरिए यूएनडब्ल्यूटीओ के सतत विकास लक्ष्यों को भी हासिल किया जा सकता है।

पांचवीं इंटरनेशनल गैस्ट्रोनॉमी रिसर्च कांग्रेस में तुर्की, अजरबैजान, यूनाइटेड किंगडम, हंगरी, अल्जीरिया, इंडोनेशिया, मोरक्को, भारत, इंग्लैंड, कनाडा, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, मलेशिया, उजबेकिस्तान, पुर्तगाल, श्रीलंका, थाईलैंड, लिथुआनिया, नीदरलैंड जैसे विभिन्न देशों ने भाग लिया। कुल 340 शिक्षाविदों और स्नातक छात्रों के योगदान के साथ, तुर्की से 60 और विदेशों से 72 पेपर स्वीकार किए गए और कांग्रेस में प्रस्तुत किए जाने के लिए उपयुक्त पाए गए। कुल 122 रेफरी, 60 तुर्की से और 62 विदेश से, पूर्ण-पाठ पेपर स्वीकृति प्रक्रिया में भाग लिया। 32 अलग-अलग सत्रों में पेपर प्रस्तुत किए गए, जिनमें से 7 ऑनलाइन थे, जिन्हें विभिन्न विषयों के तहत समूहीकृत किया गया था।
कांग्रेस के आयोजकों ने केवल एक मुख्य वक्ता को आमंत्रित किया था। वह कोटा विश्वविद्यालय से अनुकृति शर्मा थीं। अंकारा हाकी बेराम वेली विश्वविद्यालय पर्यटन संकाय 7वें कांग्रेस की मेजबानी करेगा। डॉ शर्मा ने अफ्योनकारहिसर के गवर्नर से भी मुलाकात की और अफ्योनकारहिसर और तुर्की में गैस्ट्रोनॉमी पर्यटन के आगामी अवसरों के बारे में चर्चा की। डॉ शर्मा ने कांग्रेस के आयोजक प्रोफेसर हुसैन पामकू को धन्यवाद दिया।