कोटा। मुकुंदरा बाघ संरक्षित क्षैत्र के सावनभादो ग्रास लैण्ड पर चीतों को छोड़ने के लिए बाघ- चीता मित्रों ने लोकसभा अध्यक्ष, केंद्रीय वन जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव को पत्र प्रेषित किया है।
बाघ- चीता मित्र संयोजक बृजेश विजयवर्गीय, चम्बल संसद के अध्यक्ष केबी नंदवाना, उपाध्यक्ष अनिता चौहान,डॉ अमित राठौड़, यज्ञदत्त हाड़ा , भारतीय सांस्कृतिक निधि इंटेक के समन्वक निखिलेश सेठी,सह समन्वयक बहाुदर सिंह हाड़ा,डॉ कृष्णेंद्र सिंह,केईएसएस के सचिव विनीत महोबिया ने कहा है कि मघ्यप्रदेश के कूनो में चीता का बसेरा सफलता पूर्वक हो रहा है । केंद्र सरकार को पहल करनी चाहिए कि राज्य सरकार को विश्वास में लेकर मुकुंदरा में भी चीतों को स्थानांतरित किया जाए। जिससे मुकुंदरा की जैव विविधता के साथ ही पर्यटन विकास भी हो। राष्ट्रीय जल बिरादरी,कोटा एनवायरमेंटल सेनीटेशन सोसायटी के सदस्यों ने भी मुकुंदरा के सावनभादो क्षैत्र को चीते के लिए उपयुक्त बताया है। मुकुंदरा के संपूर्ण विकास के लिए चीते को यहां लाना सर्वथा उचित होगा। इसके लिए एक शिष्ट मंडल लोकसभा अध्यक्ष के प्रसंज्ञान में लाएगा।
मुकंदरा में चीता छोड़े जाऐं- चीता मित्र
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मुकुन्दरा बाघ संरक्षित क्षेत्र में टाइगर्स को बसाने का काम चल रहा है इनके लिए प्री बेस की पर्याप्त व्यवस्था नहीं हो पाई है. अभी बाघों का मूवमेंट मुकुंदरा क्षेत्र से बाहर पाया गया है ऐसे में इनकी निगरानी तथा सुरक्षा की उचित व्यवस्था आवश्यक है क्योंकि पोर्चरों की निगाह से बाघों का बचाना वन विभाग की प्राथमिकता है. पर्याप्त साधन और सुरक्षा कर्मियों की तैनात होने के बाद अभयारण्य में चीतों के लाने का प्रयास किया जा सकता हैं