-द ओपिनियन-
गुजरात विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण के लिए मतदान में अब एक दिन रह गया है। प्रचार के आखिरी दिन भाजपा की ओर से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह प्रचार अभियान में जुटे रहे वहीं कांग्रेस की ओर से पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे व अन्य नेता प्रचार अभियान में व्यस्त रहे। आप की ओर से पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान प्रचार अभियान में जुटे। आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल गुजरात चुनाव को लेकर काफी आश्वस्त हैं। उन्होंने तो लिखकर दावा किया है कि आप 92 से अधिक सीट जीतकर गुजरात में सरकार बनाएगी। वह तो भाजपा के गढ़ माने जाने वाले सूरत में ही 7-8 सीटें जीतने का दावा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 व 28 नवम्बर को राज्य के चुनाव प्रचार पर थे और उन्होंने सूरत व सौराष्ट इलाके में खासतौर पर सभाओं को संबोधित किया। सोमवार को तो उनकी सभाएं सौराष्ट इलाके में में ही केंद्रित रही। सौराष्ट में भाजपा के सामने इस बार आप नई चुनौती बनकर सामने आई है और भाजपा कोई जाखिम नहीं उठाना चाहती इसलिए उसने चुनावी रणनीति इस तरह से तैयार की कि वह आप को रणनीति को नाकाम कर सके। प्रथम चरण में सौराष्ट इलाके में 48 सीटों, कच्छ इलाके में छह सीटों और दक्षिण गुजरात की 35 सीटों पर मतदान होना है।
खरगे के एक बयान को लेकर विवाद

चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस, भाजपा और आप ने एक दूसरे पर खूब प्रहार किया। लेकिन प्रचार के अंतिम चरण में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के एक बयान को लेकर विवाद हो रहा है। भाजपा नेता खरगे के बयान को लेकर कांग्रेस पर खूब निशाना साध रहे हैं। वे खरगे के बयान को गुजरात व गुजरात के बेटे का अपमान करार दे रहे हैं। अब लगता है खरगे का यह बयान कांग्रेस के लिए परेशानी का सबब न बन जाए। पिछले चुनाव में भी मणिशंकर अय्यर के एक बयान ने भाजपा को भावनात्मक वार करने का मौका दे दिया था और राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि वह बयान कांग्रेस को महंगा पड़ा था। भाजपा के लिए पीएम मोदी ही चुनाव में सबसे बडा चेहरा होते हैं, पार्टी उनके नाम व काम पर ही वोट मांगती है और खरगे इसी बात को लेकर तंज कस रहे थे। उनके कुछ शब्द भाजपा को रास नहीं आए और उसने पलटवार करते हुए कांग्रेस व खरगे पर सियासी निशाना साधा है।
भाजपा ने समान नागरिक संहिता का मुद्दा उठाया
भाजपा ने गुजरात में समान नागरिक संहिता का मुद्दा उठाया और आतंकवाद के मसले पर भी कांग्रेस को कठघरे में खडा करने का प्रयास किया। हालांकि खरगे ने इसका भाजपा को जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष किया और उसके दो प्रधानमं.ित्रयों ने तो आतंकवाद के खिलाफ लडाई में अपना बलिदान दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने आदिवासियों को लेकर भी कांग्रेस पर प्रहार किया और आरोप लगाया कि कांग्रेस ने द्रौपदी मुर्मू की राष्टपति पद के लिए उम्मीदवारी का समर्थन नहीं किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा भाजपा के चुनाव गृहमंत्री अमित शाह, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान,असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा समेत अनेक दिग्गज नेताओं को चुनाव प्रचार मंे उतारा। कांग्रेस और आप दोनों के ही पास भाजपा जितना बडा दलबल नहीं था।
सूरत में आप से चुनौती

पहले चरण के मतदान में शामिल क्षेत्रों में से सूरत भाजपा का करीब तीन दशक से गढ रहा है। सूरत जिले में 16 सीटें हैं जिनमें से 12 सीटें सूरत शहर में है। भाजपा पिछले चुनाव में 16 में से 15 सीटों पर विजयी हुई थी लेकिन इस बार यहां आप उनको कड़ी चुनौती दे रही है। केजरीवाल ने यहां अपने पाटीदार चेहरों को चुनाव मैदान में उतारकर भाजपा को चुनौती पेश की हैं।