कोटा। राजकीय कला महाविद्यालय कोटा में संभाग स्तरीय स्वरचित काव्य पाठ एवं वाद विवाद प्रतियोगिता संपन्न हुई। सांस्कृतिक समिति के समन्वयक डॉ लड्डू लाल मीना ने बताया कि संभाग के राजकीय महाविद्यालयों से स्वरचित काव्य पाठ प्रतियोगिता में दस प्रतिभागियों ने तथा वाद विवाद प्रतियोगिता में सोलह प्रतिभागियों ने भाग लिया।
वाद विवाद प्रतियोगिता का विषय रहा – इस सदन की राय में कक्षा कक्षों में अध्यापन ऑनलाइन से बेहतर है।
स्वरचित काव्य पाठ प्रतियोगिता में प्रदीप मिश्रा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। प्रणति शर्मा ने द्वितीय तथा प्रियंका शर्मा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
वाद विवाद प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर प्रणति शर्मा, द्वितीय स्थान पर उजमा खानम तथा तृतीय स्थान पर पूर्वी सोनी रहे। विजेता प्रतिभागी राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में भाग ले सकेंगे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ के एम गविंद्रा, पूर्व सहायक निदेशक कोटा संभाग तथा विशिष्ट अतिथि डॉ रघुराज परिहार, सहायक निदेशक, कोटा संभाग रहे। राजकीय महाविद्यालय कोटा के प्राचार्य डॉ जयंत विजयवर्गीय तथा पूर्व सहायक निदेशक कोटा संभाग, डॉ हरिशंकर शर्मा भी अतिथि के रूप में मंच पर आसीन थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता राजकीय कला महाविद्यालय कोटा की कार्यवाहक प्राचार्य डॉ सीमा सोरल ने की। काव्य पाठ प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में डॉ यशवंत कुमार, डॉ साधना कंसल और गीतकार मुकुट मणिराज रहे तथा वाद विवाद प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल में डॉ विजय जोशी, डॉ हरिशंकर शर्मा और डॉ विक्रांत शर्मा ने अपना निर्णय दिया।
मुख्य अतिथि के रूप में डॉक्टर गविंद्रा ने प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि ज्ञान होना एक बात है और उसका प्रस्तुतीकरण होना अलग बात है। ज्ञान होना जितना जरूरी है, उससे भी ज्यादा जरूरी है कि उसे मंच पर अथवा समाज में किस प्रकार प्रस्तुत किया जाता है। विशिष्ट अतिथि डॉ रघुराज परिहार ने स्वरचित काव्य पाठ प्रतियोगिता और वाद विवाद प्रतियोगिता के विषय में प्रतिभागियों को विस्तार से बारीकियों से अवगत कराया। डॉ जयंत विजयवर्गीय ने प्रतिभागियों को सह शैक्षणिक गतिविधियों की महत्ता से अवगत कराया। अध्यक्षा डॉ सीमा सोरल ने अपने उद्बोधन में कहा कि राजकीय कला महाविद्यालय कोटा में संभाग स्तरीय प्रतियोगिताओं का होना हमारे लिए गौरव की बात है। उन्होंने सहशैक्षणिक गतिविधियों की महत्ता और उपयोगिता को विस्तृत रूप में प्रतिभागियों के समक्ष रखा। दोनों प्रतियोगिताओं का संचालन साहित्यिक और सांस्कृतिक के समन्वयक डॉक्टर लड्डू लाल मीना, समिति सदस्य डॉ हिमा गुप्ता और डॉ संतोष मीणा ने किया। सांस्कृतिक समिति की परामर्शदाता डॉ सीमा चौहान ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।
प्रदीप मिश्रा काव्य पाठ और प्रणति शर्मा वाद विवाद प्रतियोगिता में विजेता
ज्ञान होना एक बात है और उसका प्रस्तुतीकरण होना अलग बात है। ज्ञान होना जितना जरूरी है, उससे भी ज्यादा जरूरी है कि उसे मंच पर अथवा समाज में किस प्रकार प्रस्तुत किया जाता है
Advertisement