पुलवामा शहीद के नाम पर राजनीति,वीरांगना को बना रहे औजार

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विधायक भरत सिंह का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लिखा पत्र।

-कृष्ण बलदेव हाडा-

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कृष्ण बलदेव हाडा

कोटा। कश्मीर के पुलवामा के आतंकी हमले में शहीद हेमराज मीणा के नाम पर राजनीति की जा रही है और दुर्भाग्यपूर्ण तथ्य यह है कि कुछ राजनीतिज्ञ इसके लिए शहीद हेमराज की वीरांगना को अपना औजार बना रहे हैं।
यह राजनीतिज्ञ उन मांगों को हवा देने की कोशिश कर रहे है, जिनको राज्य सरकार पहले ही पूरा कर चुकी है।
पुलवामा में शहीद हुए सैनिक हेमराज मीणा राजस्थान में कोटा जिले के सांगोद क्षेत्र के रहने वाले थे और पुलवामा हमले  में शहीद होने के बाद उनके सम्मान में कांग्रेस की सरकार की ओर से हर संभव सम्मानजनक काम किए जाने के बावजूद कुछ लोग शहीद की वीरांगना पत्नी को अपना हथियार बनाकर राजनीति कर रहे हैं, इसकी कलई
कोटा जिले की सांगोद विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री भरत सिंह ने भी  खोली है।
आमतौर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ मुखर रहने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री और वर्तमान में कोटा जिले की सांगोद विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक भरत सिंह कुंदनपुर ने शहीद हेमराज मीणा की प्रतिमा लगाने की मांग के मसले को लेकर की जा रही राजनीति को लेकर राज्य सरकार का न केवल पक्ष लिया है बल्कि मुख्यमंत्री को भेजे एक पत्र में यह स्पष्ट कहा है कि उनके विधानसभा क्षेत्र से पूर्व में भारतीय जनता पार्टी के विधायक रहे हीरालाल नागर वीरांगना को आगे कर अपनी राजनीति को चमकाने की कोशिश कर रहे हैं।
यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिये किसी वीरांगना को अपना हथियार बना कर राजनीति करने को किसी भी हालत में उचित नहीं ठहराया जा सकता। भारतीय जनता पार्टी के नेता वीरांगना के जरिए उन मांगों को हवा देने की कोशिश कर रहे हैं जो पहले ही पूरी की जा चुकी है और ऐसी नई मांगें पेश की जा रही है जिनको पूरा करना समझ के परे है।

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चित्र में पुलवामा के शहीद की वीरांगना अपने पति की प्रतिमा का लोकार्पण कर रही है। file photo

उल्लेखनीय है कि  सांगोद क्षेत्र के निवासी विनोद कलां गांव निवासी शहीद हेमराज की वीरांगना श्रीमती मधुबाला सहित अन्य  वीरांगनाओं को उनके कथित न्यायोचित अधिकारों को दिलवाने की मांग को लेकर न केवल आंदोलनरत हैं बल्कि विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के जरिए सरकार पर दबाव बनाने का हर संभव प्रयास कर रही है।
यह वीरांगनायें भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ विधायक और सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा से मिली और उनके साथ धरने पर बैठी। तीन दिन पहले इन वीरांगनाओं ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास बाहर प्रदर्शन करते हुये बाद में आवास के भीतर घुसने की कोशिश की तो उन्हें पुलिस को रोकना पड़ा। इसके बाद यह वीरांगनायें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के धुर विरोधी पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के निवास पर पहुंची और अपनी मांगे मनवाने के लिए सचिन पायलट से गुहार लगाई।
इन वीरांगनाओं में कोटा जिले के शहीद हेमराज की पत्नी श्रीमती मधुबाला मीणा भी शामिल है। मांग यह है की जा रही है कि सांगोद में शहीद हेमराज की प्रतिमा की स्थापना की है लेकिन इसके उलट सच्चाई यह है कि सांगोद क्षेत्र में शहीद हेमराज की पहले ही दो प्रतिमाएं स्थापित की जा चुकी है और ऐसे में तीसरी प्रतिमा स्थापित करने की क्या तुक है, यह समझ के परे है।
वर्तमान में सांगोद विधानसभा क्षेत्र में सांगोद के राजकीय महाविद्यालय परिसर में शहीद हेमराज की प्रतिमा जन सहयोग राशि प्राप्त कर वीरांगना की स्वीकृति और उनकी मौजूदगी में विधिवत एक कार्यक्रम आयोजित कर के दो साल पहले ही स्थापित हो चुकी है। राजकीय महाविद्यालय का नाम भी शहीद हेमराज के नाम पर सरकार की बजट घोषणा के अनुरूप इसकी नाम अब शहीद हेमराज मीणा राजकीय महाविद्यालय कर दिया गया है और इस महाविद्यालय के प्रांगण के विकास के लिए इस क्षेत्र से कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक भरत सिंह कुंदनपुर के विधायक कोष से 47.50 लाख रुपये के विकास करवाया जा चुके है। विधायक श्री भरत सिंह ने अपने विधायक कोष से हाल ही में इस महाविद्यालय के खेल मैदान के पास एक करोड़ रुपये प्रदान किए हैं। इसके अलावा एक करोड़ रुपये की राशि बजट घोषणा के खेल मंत्रालय अलग से खर्च करेगा।.
सांगोद में हेमराज मीणा की प्रतिमा स्थापित किए जाने के अलावा इस क्षेत्र के उनके पैतृक गांव विनोद कलां में उनकी प्रतिमा स्थापित की जा चुकी है जिसकी लगातार ग्रामीण मांग करते रहे थे और राज्य सरकार की पहल-निर्देश पर शहीद हेमराज मीणा की यह प्रतिमा स्थापित की जा चुकी है तथा एक पार्क भी अन्य कोष से बनाया हुआ है। इसके बावजूद उनकी सांगोद में एक और मूर्ति लगाने की मांग की जा रही है जो हास्यास्पद है। पूर्व में भी वीरांगना को हथियार बनाकर भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक और भाजपा के अन्य नेताओं ने इस मांग को हवा देने की कोशिश की थी। तब भी उठी थी तो कोटा के संभागीय आयुक्त ने शहीद हेमराज मीणा की प्रतिमा लगाने की संभावनाओं के बारे में पड़ताल की थी लेकिन अपनी जांच के बाद इस मांग पर अपनी पूरी तरह से असहमति प्रकट की थी क्योंकि पहले ही शहीद हेमराज की दो प्रतिमाएं सांगोद विधानसभा क्षेत्र में स्थापित की जा चुकी है।
विधायक श्री भरत सिंह ने कहा कि शहीद हेमराज के नाम से बनाए गए महाविद्यालय में विधायक कोष से डेढ़ करोड़ रुपए खर्च करना प्रकट करता है कि शहीद के प्रति पूरी तरह से सम्मान प्रदर्शित किया जा रहा है। श्री भरत सिंह ने आरोप लगाया कि शहीद के नाम पर पूर्व विधायक हीरालाल नागर एवं अन्य भारतीय जनता पार्टी के नेता अनर्गल राजनीति करके माहौल को दूषित करने की कोशिश कर रहे हैं।

(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं। यह उनके निजी विचार हैं)

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