
-नीलू चौधरी-

औरतें भी वनस्पतियों की तरह
होती हैं जीवनदायिनी।
जब होती हैं घर में औरतें
घर-आँगन में बिछ जाता है
हरापन…
बिखर जाता है घर के जर्रे जर्रे में
अद्भुत नैसर्गिक सौंदर्य।
औरतें उड़ेल देती हैं सबमें
अपने हिस्से की खुशियाँ…
सोख लेती हैं घर के सारे विषाद।
निःसृत करती हैं अपरिमित मात्रा में
ऑक्सीजन…
होता है सबमें प्राणवायु का संचार,
जीवंत हो उठते हैं सबके मन- प्राण।
सचमुच! प्रकाशसंश्लेषण की
प्रक्रिया को औरतें
बखूबी करती हैं सम्पन्न।
#नीलू_चौधरी
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