
– छात्राओं की शिकायत पर संभागीय आयुक्त व नोडल कॉर्डिनेटर हॉस्टल पहुंची, वार्डन हटाने के निर्देश, संचालक को फटकार, नगर निगम टीम को दिए निरीक्षण के निर्देश
– संभागीय आयुक्त व नोडल कॉर्डिनेटर ने किया कोचिंग छात्राओं से संवाद
कोटा. शहर में देशभर से आने वाले कोचिंग स्टूडेंट्स को सकारात्मक व सहयोगात्मक माहौल देने के लिए हर स्तर पर प्रयास जारी हैं। विद्यार्थियों को प्रेरित करने के लिए मोटिवेशनल सेशन हो रहे हैं तो शिकायतें सुनकर समाधान दिए जा रहे हैं। इस पहल के तहत ही गुरुवार को संभागीय आयुक्त उर्मिला राजौरिया, जिला प्रशासन की नोडल कॉर्डिनेटर सुनीता डागा व साइकोलॉजिकल काउंसलर पूर्ति शर्मा एलन के जवाहर नगर स्थित समुन्नत कैम्पस पहुंचे। यहां समरस ऑडिटोरियम में छात्राओं से संवाद किया। इस अवसर पर छात्राओं ने खुलकर अपने मन की बात कही। समस्याएं बताई तथा शिकायतें भी की।
छात्राओं ने मुख्यरूप से सोशल मीडिया से खराब होने वाले समय, बिगड़ते टाइम मैनेजमेंट, ट्रेफिक की समस्याएं, कोचिंग में क्लास में आगे-पीछे बैठने, ओवर थिंकिंग के साथ-साथ दिनचर्या और पढ़ाई को लेकर सामने आ रही समस्याओं तक के बारे में बताया।
संभागीय आयुक्त उर्मिला राजौरिया ने छात्राओं से कहा कि हर कार्य का समय होता है। अभी समय हमें पढ़ाई करने का है। ऐसे में हमें सोशल मीडिया से बचना है। ऐसे संवाद और खबरों से दूर रहें जो हमें परेशान करती हैं। खुशनुमा बातें करें, पढ़ाई की बातें करें। बहुत अधिक नहीं सोचें, कुछ भी कठिन और असंभव नहीं है। आसानी से सब हो सकता है, हमें नियमित मेहनत करने की जरूरत है।
नोडल कॉर्डिनेटर सुनीता डागा ने कहा कि अभी सत्र की शुरुआत है, हो सकता है कोचिंग में कुछ समझ नहीं आ रहा है तो उसके लिए फैकल्टीज हैं। किसी भी तरह का दबाव नहीं लें। अपनी दिनचर्या को कागज पर लिखकर रखें और फिर उसे फोलो करने की कोशिश करें। क्लास में आगे-पीछे बैठने की समस्या के समाधान के लिए रोटेशन व्यवस्था लागू करने के लिए कहा गया। यहां पढ़ाई का बहुत अच्छा और सकारात्मक माहौल है। कुछ समझ नहीं आ रहा तो आपको आगे आकर कहना होगा। बोलना सीखिए, जो समस्या हो कोचिंग में बताएं, हॉस्टल में बताएं, नहीं सुनी जाती तो हमसे कहें। हर समस्या का समाधान किया जाएगा।
—
हॉस्टल की जांच की, कार्रवाई के निर्देश
सुनीता डागा ने बताया कि सेशन में दो छात्राओं ने हॉस्टल संबंधित शिकायत भी की। एक छात्रा का कहना था कि मैं एसजी रेजीडेंसी में रहती हूं। मुझे सुबह से ब्रेकफास्ट नहीं मिला। रोजाना हॉस्टल में ब्रेकफास्ट देरी से बनता है और क्लास जल्दी शुरू हो जाती है। वहीं दूसरी छात्रा ने कहा कि इन्द्रा रेजीडेंसी में रहती हूं। वार्डन का व्यवहार ठीक नहीं है। यूपीआई से पेमेंट नहीं लेती और कैश मांगती है। इस पर संभागीय आयुक्त एवं अन्य अधिकारी दोनों हॉस्टल्स पहुंचे। यहां छात्राओं द्वारा की गई शिकायतों की जांच की गई। दोनों जगह शिकायतें सही पाए जाने के बाद संबंधित हॉस्टल संचालक व लीज हॉल्डर्स को बुलाकर फटकार लगाई गई। साथ ही नगर निगम की टीम को हॉस्टल्स में निरीक्षण के लिए भेजा गया। हॉस्टल की वार्डन को हटाने के निर्देश दिए गए।