
-आचार्य श्री अनंत श्रीहरिदास-
(बाँके बिहारी मंदिर)
25-10-2022 कार्तिक कृष्ण पक्ष 30 मंगलवार को खंडग्रास सूर्यग्रहण होगा। इस ग्रहण का भारतीय समय से स्पर्श दिवा शाम 4: 31 बजे ग्रहण मध्य दिवा 5:14 बजे एवं मोक्ष दिवा 5:57 बजे होगा। इसका सूतक भारतीय समय से प्रातः 4:31 बजे से प्रारंभ होगा।
द्वादश राशियों पर ग्रहण शुभा, शुभ प्रभाव मेष, मिथुन, कन्या, कुंभ- सामान्य मध्यम! वृषभ, सिंह, धनु, मकर, – शुभ सुखद,! कर्क, तुला, वृश्चिक, मीन – नेष्ट अशुभ!
इस ग्रहण का क्या प्रभाव रहेगा पूरे विश्व मैं
इस ग्रहण से जगत में कल्याण, धन की वृद्धि, उपद्रवों का नाश और सुभिक्ष होगा।जिससे प्रजा को आनंद की अनुभूति हाेगीं। किन्तु राजपुत्रों को पीड़ा कारक, सुनार, लुहार, हलवाई आदि से आजीविका करने वाले लाभप्रद, धान्यादि का भाव सस्ता हो जावे, वाहनों को कष्ट, दुर्भिक्ष का भय, चोरों का तथा अग्नि का उपद्रव । प्रचंड वायु का वेग अधिक, सेना और सैनिकों को कष्ट-पीड़ा और राजा और प्रजा में अधर्म, दुःख व क्लेश हो। मित्रों में परस्पर वैर, राजाओं और मंत्रियों में फूट और श्रेष्ठ स्त्रियों से भी वियोग एवं कलह हो। ग्रहण स्वाति नक्षत्र एवं तुला राशि पर हो रहा है इससे इस नक्षत्र एवं राशि वालों को रोग, पीड़ा, कष्ट आदि हो सकते हैं। इस नक्षत्र एवं – राशि वालों को ग्रहण का दर्शन करना उपयुक्त नहीं है ।
यह ग्रहण भारत सहित इन देशों मैं दृश्य होगा
ग्रीनलैंड के पूर्व, स्वीडन, नॉर्वे, युनाईटेड , किंगडम, फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, यमन, ओमान, सउदी अरेबिया, इजिप्ट, इटली, पौलेण्ड, रोमानिया, ऑस्ट्रिया, ग्रीस, टर्की, ईराक, इरान, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, उत्तरी एवं पश्चिमी श्रीलंका, मॉस्को, पश्चिमी रूस, नेपाल, भूटान आदि में खण्डग्रास रूप में दृश्य होगा ।
भारत के ऐसे प्रांत नगर जहां ग्रहण दृश्य नहीं होगा
आसाम, गुवाहाटी एवं यहां से पूर्व के नगर एवं प्रांत, मणिपुर, त्रिपुरा, नागालैंड,अरूणाचल प्रदेश आदि में यह ग्रहण दृश्य नहीं होने से यहां पर किसी भी प्रकार का सूतक – यम-नियम आदि पालने की आवश्यकता नहीं है।