कोटा मुद्रा उत्सव का आयोजन 17 व 18 दिसंबर को

कोटा में छब्बीसों साल पुराने सिक्के, चंद्र गुप्त मौर्य के काल से पहले कैसे लेनदेन होता था, कैसे सिक्के उस समय चलते थे, उनकी झलक 17-18 दिसम्बर को कोटा में देखने को मिलेगी।

-दुष्यन्त सिंह गहलोत-

कोटा. फ्लेटली एण्ड न्यूमिस्मैटिक सोसाइटी एवं रोटरी क्लब कोटा नॉर्थ की ओर से कोटा मुद्रा उत्सव का आयोजन 17 व 18 दिसंबर को रोटरी क्लब कोटा नॉर्थ बसंत विहार में आयोजित किया जाएगा। सोसाइटी के चेयरमैन ने शुक्रवार को बताया कि मुद्रा उत्सव के तहत ऐग्जीबिशन फेयर ऑफ कॉइन, करेंसी एण्ड कलैक्टेबल्स के तहत देश की विभिन्न रियासतों और भारत के अलग अलग कालखंड में प्रचलित मुद्राओं को यहां देखने का अवसर मिलेगा। देशभर के विभिन्न शहरों के मुद्रा संग्रहकर्ताओं द्वारा यहां प्रदर्शनी के माध्यम से इतिहास से परिचित कराया जाएगा। इस प्रदर्शनी में देशभर के मुद्रा संकलनकर्ता भाग लेंगे और 35 फ्रेम लगाए जा रहे हैं, जिसमें लगभग 800 सिक्के रखे जाएंगे। 18 दिसम्बर को इस क्षेत्र में कार्य करने वाली प्रतिभाओं को नवाजा जाएगा। यहां लोग अपने पास रखे पुराने सिक्कों की वैल्यूएशन भी करवा सकते हैं। वही सोसाइटी के अध्यक्ष श्री नारायण चाणक व सचिव राम अवतार सरडा ने बताया कि प्रदर्शनी के दौरान राजस्थान की रियासत के अमूल्य सिक्के, नोट का प्रदर्शन होगा। माना जा रहा है कि यहां 2600 साल पुरानी मुद्रा भी देखने को मिलेगी। वहीं कोटा बूंदी, झालावाड़, जयपुर, जोधपुर, प्रतापगढ़, जैसलमेर, करोली, मेवाड, बीकानेर, केकडी, जयपुर, भरतपुर, सहित कई जगह के राज परिवारों द्वारा प्रचलित मुद्रा भी आकर्षण का केन्द्र होगी।

प्लास्टिक के नोट, सुरमेदानी सहित प्रतिकारात्मक सिक्के भी आएंगे नजर,नरेन्द्र कुमार कटियाल ने बताया कि प्रदर्शनी कम सेल के माध्यम से कई ऐतिहासिक मुद्रा, कला संस्कृति से लबरेज प्रतिकारात्मक सिक्के के साथ अन्य वस्तुएं भी यहां आकर्षण का केन्द्र रहेंगी। इसमें कोटा के पवन हटीला द्वारा प्लास्टिक के नोट, सरदार मंजीत सिंह अहमद गढ के द्वारा महाराजा रणजीत सिंह की रियासत के सिक्के, मिंट टकसाल लगा रहे हैं। इसके साथ ही अशोक 10 रुपए से 1000 रुपए तक के प्रतिकारात्मक सिक्के जो विशेष अवसरों पर जारी किए गए हैं वह भी यहां की शोभा बढाएंगे।

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