
-संजय चावला-
कोटा। राजस्थान संगीत नाटक अकादमी जोधपुर द्वारा बालाजी नगर स्थित युआईटी ऑडिटोरियम आयोजित किये जा रहे पांच दिवसीय युवा नाट्य समारोह के अंतर्गत प्रथम दिन बुधवार को में शाम 7 बजे भग्वद्ज्जुकम (साधु तथा गणिका) नाटक का मंचन किया जायेगा. सातवीं सदी की पृष्ठभूमि पर आधारित यह संस्कृत नाटक का हिंदी अनुवाद है. प्रहसन विधा के इस नाटक के माध्यम से धर्म, आध्यात्म, ज्ञान और अज्ञान के बीच फंसे मनुष्य की रोज़मर्रा की ज़रूरतों पर गहरा व्यंग्य किया गया है. नाटक की शुरुआत गुरु तथा शिष्य के बीच धर्म पर चर्चा से होती है तभी पास के बगीचे में एक महिला सर्पदंश का शिकार हो जाती है और मर जाती है. यह देख कर शिष्य उद्वेलित हो जाता है. तब गुरु अपनी योगिक शक्ति का प्रयोग करते हुए शिष्य की आत्मा को उस मृत महिला के शरीर में प्रवेश करा देता है. फिर उन दोनों के बीच दार्शनिक चर्चा ज़ारी रहती है. नाटक के निर्देशक युवा रंगकर्मी तथा फिल्म अभिनेता अभिषेक तिवाड़ी ने बताया कि नाटक के मंचन के लिए युवा कलाकारों की टीम लम्बे समय से मेहनत कर रही है. सहभागी संस्था नाट्यरूप कला एवं साहित्य संस्थान की इस प्रस्तुति में रामगंजमंडी और कोटा के कलाकार अभिनय करते दिखेंगे. नाटक में मुख्य किरदार वसंतसेना की भूमिका में बीकानेर की महिका महर्षि की उत्कृष्ट अदाकारी देखने को मिलेगी. अन्य पात्रों में मधुलिका धर्मेन्द्र, आकाश वाडिया,निखिल वाडिया,ऋतिक सुमन, कृतिका सोनी,भूमिका शर्मा, अक्षय दीक्षित तथा जुबैद खान होंगे. अभिषेक ने शहरवासियों से मंचन का आनंद लेने की अपील की है.