-दुष्यन्त सिंह गहलोत-
राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी (आरटीयू) के वीसी की शिकायत पर दादाबाड़ी थाना पुलिस एक छात्र को पकड़कर थाने लाई। जिसके बाद एबीवीपी समर्थक कार्यकर्ता थाने के बाहर इकठ्ठा हो गए। और आरटीयू वीसी पर स्टूडेंट्स पर दबाव बनाने के आरोप लगाए। इधर पुलिस का कहना है कि आरटीयू वीसी ने मौखिक शिकायत दी थी। जिसके बाद एक स्टूडेंट को पूछताछ के लिए थाने लाए है। जिसे कुछ देर बाद छोड़ दिया गया।इस मामले में आरटीयू वीसी से बात करने की कोशिश की। उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
छात्र शुभम तिवारी ने बताया कि आज दोपहर में स्टूडेंट प्रियांश शर्मा के साथ वीसी से मिलने चेंबर में गए थे। युवा दिवस व स्टूडेंट एक्टिविटी को लेकर वीसी से बात कर रहे थे। उसी दौरान वीसी प्रोफेसर एस के सिंह गुस्सा हो गए। उन्होंने गार्ड को बुलवा लिया। फिर फोन करके पुलिस को बुलवाया। दादाबाड़ी थाना पुलिस प्रियांश शर्मा को गाड़ी में बैठाकर अपने साथ थाने लेकर आ गई।
प्रियांश को पकड़कर थाने लाने की सूचना के बाद एबीवीपी कार्यकर्ता भी थाने पहुंच गए। छात्र संघ अध्यक्ष मनीष सामरिया, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष रवि गुर्जर, रोहित चौधरी समेत कई एबीवीपीP पदाधिकारी थाने के बाहर इकठ्ठा हो गए। एबीवीपी पदाधिकारियों का कहना है कि आरटीयू के वीसी एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार के खिलाफ खड़े होने वाले स्टूडेंट्स पर दबाव बनाने का प्रयास कर रहे है। मनीष सामरिया ने कहा कि लोकतंत्र में सबको अपनी बात कहने का अधिकार है। प्रियांश भी अपनी बात कहने ही गया था। इस मामले को लेकर कल वीसी से बात करेंगे।
दादाबाड़ी थाना सीआई राजेश पाठक ने बताया कि आरटीयू वीसी ने मौखिक रूप से परेशान की बात कहीं है। जिस पर एक छात्र को पूछताछ के लिए थाने लाए थे।