-अखिलेश कुमार-

(फोटो जर्नलिस्ट)
दिसंबर के अंतिम सप्ताह में सर्दी अपने चरम पर है। सुबह-सुबह धंजडी छूटती है लेकिन जिस समय चहुंओर सन्नाटा फैला होता है तब भी पक्षी अपनी दिनचर्या हमेशा की तरह ही शुरू करते हैं। उनके लिए चाहे सर्दी हो या गर्मी कोई फर्क नहीं पडता।

उन्हें तो दाना पानी खोजने के लिए निकलना ही है। क्योंकि उनमें मनुष्य की तरह इकट्ठा करने की प्रवृति नहीं है। वे तो इसी सोच पर चलते हैं कि क्या लेकर आया था बंदे क्या लेकर जाएगा। फोटो जर्नलिस्ट अखिलेश कुमार ने ऐसी ही सर्द सुबह किशोरपुरा कोटा से मनभावन दृश्य अपने कैमरे में कैद किए हैं।
