
-अखिलेश कुमार-

(फोटो जर्नलिस्ट)
कोटा। सर्दी का मौसम शुरू होते ही कचनार के गुलाबी रंग के बहुत प्यारे प्यारे फूलों से लद गए हैं। कचनार का पेड़ करीब बीस से तीस फुट ऊंचाई वाला होता है। लोग इसे घर के बाहर, खेत की मेंढों पर तथा एवेन्यू ट्री के रूप में लगाते हैं।
कचनार पेड़ के फूल बेहद सुंदर होते हैं, मगर इसकी छाल अद्भुत लाभकारी है। इसके रेशों से रस्सी बनाई जाती हैं, तो वहीं इसके पत्तों का साग बनाकर खाया जाता है।

सर्दियों से सभी लोग न केवल सब्जी, अचार, रायता और सजावट के लिए कचनार का उपयोग करते हैं, बल्कि कई तरह की बीमारियों का इलाज इसके फूल, छाल और जड़ से करते हैं। यह एक ऐसी औषधि है, जो कि कई गंभीर बीमारियों का रामबाण इलाज कर देती है। इसके फूल और पत्तियां बहुत लाभकारी होती है। आयुर्वेदिक औषधियों में कचनार की छाल का उपयोग होता है।

(नोटः इसका उपयोग विशेषज्ञों की राय से ही करें)

















