
-अखिलेश कुमार-

(फोटो जर्नलिस्ट)
कोटा। सौंफ या Fennel जिसका वानस्पतिक नाम Foeniculum vulgare है एक फूलों वाला पौधा है। यह गाजर फैमिली का ही पौधा है। ध्यान से रखा जाय तो 2 वर्ष से भी ज्यादा रह सकता है। सौंफ के बीज से ही आप पौधा आसानी से उगा सकते हैं। यह न केवल खुश्बू से आसपास के वातावरण को महका देता है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बहुत लाभदायक है। सौंफ का उपयोग पाचन तंत्र के लिए, आंखों के लिए,वजन कम करने में, सांस से जुड़ी समस्या के लिए, सांसों की दुर्गध को खत्म करने के लिए, कॉलेस्ट्रोल कम करने में, कफ की समस्या से छुटकारा, मस्तिष्क के लिए जरूरी, कब्ज से छुटकारा, ब्लड प्रैशर रोकने में, अच्छी नींद के लिए, मधुमेह के उपचार में, लीवर को स्वस्थ रखने के लिए,त्वचा सुंदर बनाने में,बालों को मजबूत बनाने के लिए किया जाता है।
कई ऐसे हर्ब के पौधे होते हैं, जो छोटे होते हैं और जिन्हें गमलों में आसानी से उगाया जा सकता है। सौंफ बेहद खुशबूदार और स्वाद भरा हर्ब है। इसका इस्तेमाल चाय से लेकर माउथ फ्रेशनर तक कई तरीके से करते हैं।
जिस तरह भारतीय घरों में मेथी, धनिया, तुलसी, और पुदीना जैसे हर्ब को उगाया जाता है, ठीक उसी तरह सौंफ को भी अपने गार्डन का हिस्सा बनाया जा सकता है। सौंफ 160 या फिर 170 दिन में पककर तैयार हो जाती है।
सौंफ कई बीमारियों के इलाज में काम आने वाली हर्ब है। इसके नियमित इस्तेमाल से सांस से लेकर त्वचा तक की बीमारियों में लाभ होता है।