
-अखिलेश कुमार-

(फोटो जर्नलिस्ट)
पतझड़ वह ऋतु जिसमें पेड़ों की पत्तियाँ झड़ जाती हैं। लेकिन इसके साथ ही नई पत्तियां उगने लगती हैं। यानी पुराने को पीछे छोड नए के आगमन के स्वागत का समय है

पतझड़। भारतीय विक्रम संवत के अनुसार नव वर्ष भी इसी ऋतु के बाद आता है। पतझड़ की ऋतु में हवा अत्यंत रूखी और सर्राठे की हो जाती है, जिससे वस्तुओं के रस और स्निग्धता का शोषण होता है और वे अत्यंत रूखी हो जाती हैं। वृक्षों की पत्तियाँ रूक्षता के कारण सूखकर झड़ जाती हैं और वे ठूँठे हो जाते हैं।

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