
-एएच जैदी-

(नेचर प्रमोटर)
दरा से कनवास मार्ग स्थित किशोर गंज गाँव में बना किशोर सागर तालाब नैसर्गिक और प्राकृतिक सौदर्य से भरपूर है। इसकेे आस पास घने जंगल हैं लेकिन पुराने महल खन्डर में तब्दील हो चुके हैं। पूर्व में विधायक कोष से खंडहर तालाब की पाल की मरम्मत करवायी जा चुकी है। यदि पर्यटन विभाग ध्यान दे तो यह भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र बन सकता है। इन खन्डहरों को मरम्मत की दरकार है। यहाँ विशाल मंदिर हैं। बारहदरी है और इनमें अनेकों कक्ष व बरामदे बने है। किले नुमा चारदीवारी है। इसके अन्दर आने के लिए विशाल गेट बने हैं। जिन्हें सुरक्षा की दृष्टि से कांटे लगाकर और और पत्थरों से भरकर बंद कर रखा है। यहाँ के विशाल तालाब में वर्ष भर पानी भरा रहता है। तालाब से लगे दोनों ओर जंगल है। जहाँ से वन्य जीव यहाँ आकर प्यास बुझाते हैं।

यहां वर्षभर स्थानीय पक्षियों को देखा जा सकता है। शीत ़ऋतु में ये तालाब अप्रवासी पक्षियों से भर जाता है। यहाँ आने वाले पक्षियों में सबसे अधिक संख्या बार हेडेड गीज व रुड़ी शैल डक की होती है। अन्य पक्षियों में नार्दन पिनटेल, नादन शैलवर, गेड वेल, गारगोनी चील, कॉमन कूट, पेलिकन और फ्लेमिंगोज को भी देखा गया है। वन्य जीव प्रेमियों को इस वाच टॉवर के बन जाने से पक्षियों का कलरव देखने और सुनने में आसानी हो जायेगी। ऐसे ही वाच टावर पक्षियों के अन्य स्थलों पर भी बनाए जाने की जरुरत है।