
-अखिलेश कुमार-

(फोटो जर्नलिस्ट)
कोटा। अतिबला एक जड़ी-बूटी है। यह काफी वर्षों तक हरा-भरा रहने वाला, झाड़ीदार पौधा है। इसके रोएं कोमल, सफेद जैसे और मखमली होते हैं। इसके तने गोल और बैंगनी रंग के होते हैं। अतिबला का प्रयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा में किया जाता है।

अतिबला आँखों के रोग, दाँत दर्द, खाँसी, बवासीर, मूत्र रोग, डायबिटीज, पथरी, रक्तप्रदर, सफेद दाग, घाव, बुखार, पीलिया, शारीरिक कमजोरी, बिच्छू का जहर आदि रोगों के उपचार में काम लिया जाता है।
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