
-विष्णु देव मंडल-

चेन्नई। एंटी हिंदी की राजनीति के केंद्र में रहे डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन बीते दिनों केंद्र सरकार और राज्यपाल पर हमलावर रहे।
बता दे कि पिछले दिनों राज्यपाल द्वारा विधानसभा में अभिभाषण पढ़ते समय द्रविड़ मॉडल से जुड़ी पंक्तियां नहीं पढ़ने के कारण तमिलनाडु की राजनीति और राजनेताओं में खलबली मची है।
खासकर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और उनके ुपुत्र उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन आर्यों और केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्यपाल पर जबरदस्त तरीके से हमला कर रहे हैं! मुख्यमंत्री एमके स्टालिन कहते हैं कि तमिलनाडु में द्रविड़ मॉडल ही चलेगा अर्थात हर मानव को समानता का अधिकार देना होगा। सामाजिक भेदभाव, उंच -नीच, जात -पात करने वाले आर्य हमसे जलते हैं। हमारी आईडियोलॉजी से जलते हैं हमारा तिरस्कार करते हैं लेकिन हम उनसे डरने वाले नहीं है।
वही उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन राज्यपाल पर हमला करते हुए कहते हैं कि मैं एम करुणानिधि का पाौत्र हूँ। हम पेरियार के नक्शेकदम पर चलते हैं। हम सामाजिक समानता चाहते हैं जिसे मौजूदा केंद्र सरकार और उनके राज्यपाल को नहीं सुहाता। आर्यों को द्रविड़ शब्द से चिढ़ है। द्रविड़ मॉडल देखने और सुनने से ही आंख कान और सर में दर्द होने लगता ह।, ऐसी विचारधारा वाली राजनीतिक पार्टियों की तमिलनाडु में दाल नहीं गलने वाली है। सामाजिक न्याय, सामाजिक समानता और समान अवसर प्रदान करने के लिए ही द्रविड़ मॉडल की चर्चा तमिलनाडु में जगह-जगह हो रही है।ं लेकिन कुछ लोग समाज को बरगलाने का भरपूर कोशिश कर रहे हैं जो तमिलनाडु में चलने वाली नहीं है।
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने केंद्र सरकार पर चुटकी लेते हुए कहा कि केंद्र सरकार की ओर से हिंदी थोपने के लिए कई हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। यहां के स्थानीय टीवी चैनल में भी हिंदी को बढ़ावा देने का प्रयास हो रहा है। तमिलनाडु सरकार के अभिभाषण की पंक्तियों में से द्रविड़ मॉडल वाली पंक्तियां को पढ़ने से परहेज हो रहा है जिससे तमिलनाडु के जनता किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं कर सकती।
वहीं केंद्रीय राज्य मंत्री मत्स्य एवं पशुपालन विभाग एल मुरूगन मुख्यमंत्री स्टालिन के आरोपों को खारिज करते हुए कहते हैं कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिल भाषा को विश्व स्तरीय मंच पर पहुंचाया है। तमिल भावनाओं को सर्वाधिक समझने वाली पार्टी भारतीय जनता पार्टी है। केंद्र सरकार की बहुतेरी योजनाएं तमिलनाडु के धरातल पर उतर रही हैं। एमके स्टालिन को डर सता रहा है कि आने वाले समय में उनकी सत्ता जाने वाली है, इसलिए परिवारवाद का पुरोधा अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं।
(लेखक तमिलनाडु के स्वतंत्र पत्रकार हैं। यह लेखक के निजी विचार हैं।)
स्वतंत्र पत्रकार श्री विष्णु देव मंडल जी का विचार लगभग सत्य दिखाई दे रहा है मैं इनके विचार से सहमत हूं