
-दुष्यंत सिंह गहलोत-
कोटा. टीम जीवनदाता के प्रयास से लगातार जरूरतमंदों को एसडीपी उपलब्ध कराई जा रही है, डेंगू, कैंसर के साथ अन्य बीमारियों में जब भी एसडीपी की आवश्यकता होती है, सेवाभावी लोग तत्पर रहते हैं। एक 9 दिन की मासूम को पहले भी एसडीपी चढाई गई और एक बार फिर आवश्यकता होने पर इस बार नर्सिंग आॅफिसर आगे आए और 40 दिन में तीसरी बार एसडीपी डोनेट की। टीम जीवनदाता के संयोजक व लायंस क्लब के रीजन चेयरमैन भुवनेश गुप्ता ने बताया कि नर्सिंग आॅफिसर मेडिकल कॉलेज में अपनी सेवाएं देते हैं, यह उनका प्रोफेशन हैं, लेकिन जब भी आवश्यकता होती है तो वह सेवा कार्य भी करते हैं। उन्होंने कहा कि जब 9 दिन की बेटी के बारे में जानकारी दी तो वह परिवार के साथ दशहरे मेले में थे। तुरंत से स्थिति को भापकार देर रात ग्यारह बजे तलवंडी स्थित अपना ब्लड बैंक पहुंचे और अपनी एसडीपी का दान किया। खंडेलवाल अब तक 21 बार रक्तदान कर चुके हैं ये उनकी दस बार एसडीपी कर चुके हैं। खंडेलवाल ने बताया कि उन्होंने मरीज की दर्द को करीब से देखा है, ऐसे में एक पल की खुशी भी उनके लिए जीवनदान होती है। इस अवसर पर मरीज के परिजन ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अब वे स्वम भी सपरिवार नियमित रक्तदान का संकल्प लेते है।