
-देवव्रत सिंह हाडा-

कोटा। राजस्थान के कोटा में श्री क्षत्रिय युवक संघ की ओर से आयोजित चार दिवसीय बालिका शिविर का आज समापन होगा। इस कार्यक्रम में जयपुर से आई यशवीर कंवर बेन्याकवास ने क्षत्रिय समाज की 80 बालिकाओं को संस्कारवान बनाने के लिए मनोवैज्ञानिक और व्यावहारिक तरीके से मार्गदर्शन किया।
बारां रोड पर स्थित आरआर रिजॉर्ट में 28 अक्टूबक से आयोजित श्री क्षत्रिय युवक संघ के इस शिविर में यशवीर कंवर बेन्याकवास ने भाग लेने वाली बालिकाओं को विस्तार से समझाया कि वे दो परिवारों का निर्माण करती हैं। उनकी समाज में स्थिति पुरुषों के जितनी ही महत्वपूर्ण एवं वांछनीय है। शिविर में श्रीमती यशवीर कंवर ने खेलो, बौद्धिक गतिविधियों, चर्चाओं एवं मनोवैज्ञानिक पद्धतियों के माध्यम से बच्चियों को अपने परिवार वह समाज को जोड़कर चलने के लिये प्रेरित किया। साथ ही किशोरियों को अपने सामर्थय-अपनी शक्ति का सही मूल्य समझने के लिये गीता के आधारित सिद्धांतों पर जीवन को आगे बढ़ाने के लिये मार्गदर्शन किया।
श्रीमती यशवीर कंवर ने संस्कारमयी कर्मप्रणाली के माध्यम से संघ शिविर में चार दिवसीय कार्यक्रम को जीवंत रूप देकर बच्चियों को उनके मूल्यों और उद्देश्यों से अवगत कराने का प्रयास कराया। शिविर में श्रीमती यशवीर कंवर के मार्गदर्शन से अनुशासन और संस्कारमयी कर्मप्रणाली के बारे में विस्तार से ज्ञान अर्जन किया।
शिविर के अंतिम दिन कोटा के पूर्व राजपरिवार से सम्बद्ध एवं लाड़पुरा विधानसभा सीट से विधायक श्रीमती कल्पना देवी ने शिविर की गतिविधियों का अवलोकन किया। वे शिविरार्थी बालिकाओं की विदाई कार्यक्रम से पहले चर्चा में शामिल हुई । अपने उदबोधन में श्रीमती कल्पना देवी ने कहा कि बालिकाओं को हमारे समाज में शक्ति का रूप कहा गया है और समाज में उनकी हिस्सेदारी भी इसी के अनुसार होनी चाहिये। उन्होने भविष्य में श्री क्षत्रिय युवक संघ के कार्यक्रमों में अपनी भागीदारी व सहयोग का आश्वासन भी दिया। बालिका शिविर में कोटा के राजपूत समाज के लोगों के अलावा बाहर के जिलों से आए श्री क्षत्रिय युवक संघ के स्वयंसेवकों ने कार्यक्रम को मजबूत बनाने वह सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।